NCRअध्यात्मअर्थव्यवस्थादेशराजनीतिराज्य

सयुक्त किसान मोर्चा ने मनाया किसान, मजदूर दिवस संत रविदास व चंद्रशेखर आजाद को दी श्रद्धांजलि

गुरुग्राम, देश के किसान पिछले 94 दिनों से कृषि कानूनों
को रद्द कराने की मांग को लेकर देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे
हुए हैं। किसानों के इस आंदोलन को विभिन्न प्रदेशों में भी
धरने-प्रदर्शनों का आयोजन कर समर्थन दिया जा रहा है। गुडग़ांव के
राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित राजीव चौक के निकट गुडग़ांव का संयुक्त किसान
मोर्चा किसानों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरना दिए हुए है। शनिवार को
62वें दिन भी मोर्चा का यह धरना जारी रहा। किसानों का समर्थन करने के लिए
धरना स्थल पर विभिन्न संगठनों, मजदूरों, कामगारों व कर्मचारियों का
पहुंचना जारी है। मोर्चा के जिलाध्यक्ष संतोख सिंह, आरएस राठी, गजेसिंह
कबलाना ने बताया कि धरना स्थल पर किसान, मजदूर दिवस का आयोजन किया गया,
जिसमें संत रविदास की जयंती भी मनाई गई और क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के
बलिदान दिवस पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी
गई। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने लोगों को शिक्षा दी थी कि अहंकार का
त्याग कर ही जीवन में सुख-शांति रह सकती है, लेकिन केंद्र सरकार अपने
अहंकार में डूबी हुई है। उसे सडक़ों पर बैठे किसान नजर नहीं आ रहे हैं।
श्रमिक नेताओं कामरेड सतबीर सिंह, ऊषा सरोहा, श्रवण कुमार, बलवान सिंह
आदि ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान के कारण ही
देश को आजादी मिली है, लेकिन सरकार इन क्रांतिकारियों से भी मुंह मोड़
रही है। सरकार किसान व श्रमिक विरोधी कानून बनाती जा रही है, ताकि इनका
शोषण हो सके। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन अब जनांदोलन बन चुका है।
सरकार को किसानों की मांगों को मानना ही होगा। धरने पर बैठने वालों में
एसएल प्रजापति, माइकल सैनी, विरेंद्र सिंह कटारिया, भारती देवी, लीलावती,
मुकेश डागर, आरसी हुड्डा, कंवलजीत सिंह, धर्मराज भारद्वाज, मनोज श्योराण,
रमेश दलाल सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

Comment here