गुरुग्राम, केंद्रीय बजट पर विभिन्न संस्थाओं व
प्रतिष्ठानों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया अपने-अपने तरीके से दी है। जहां
इस बजट को सकारात्मक माना जा रहा है, वहीं इसे मिला-जुला बजट भी बताया जा
रहा है।
उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ
(फिक्की) की महिला शाखा फेडरेशन ऑफ लेडीज ऑर्गेनाईजेशन (एफएलओ) की
अध्यक्ष जाह्नवी फूकन का कहना है कि इस बजट से देश की अर्थव्यवस्था के
पुनरुद्धार में मदद मिलेगी, जोकि कोरोना के चलते पटरी से उतर गई थी। बजट
में मेगा इन्वेस्टमेंट, टैक्सटाईल्स पार्क जैसी नीतियों के माध्यम से
महिलाओं को लाभ पहुंचाने का प्रावधान किया गया है। महिलाओं के कल्याण के
लिए कोष का प्रावधान भी बजट में है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में
महिलाएं भी सहयोग करते हुए समृद्धि के मार्ग पर बढ़ेंगी।
बीडीओ इंडिया के साझेदार सूरज मलिक का कहना है कि यह बजट आम लोगों की
जिंदगी पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला है। इसमें जहां सामाजिक सुरक्षा
के लाभों को बढ़ाया गया है, वहीं किफायती आवास व किराए के आवास पर कर छूट
का विस्तार भी किया गया है।
साएंट के अध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी कार्तिकेयन नटराजन का कहना
है कि कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई परिस्थितियों से यह बजट उबारने का
काम करेगा। डिजिटल भुगतान बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होगा। यह बजट एक
स्वागत योग्य है।
स्मार्ट वक्र्स के संस्थापक निति शारदा का कहना है कि आत्मनिर्भर भारत के
लिए वित्तमंत्री का विजन सराहनीय है। बजट में ढांचागत निर्माण का एक
महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। रियल एस्टेट क्षेत्रों के लिए कोष
बढ़ेगा। स्टार्टअप परितंत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
माईजेन एआई के सह संस्थापक भाम्मी पंत का कहना है कि बजट में स्वास्थ्य
ढांचागत क्षेत्र पर जोर दिया गया है, जिससे अर्थ व्यवस्था तेजी से पटरी
पर लाई जा सकेगी। बजट में कई छूट भी दी गई हैं।
चिंटेल्स इंडिया के प्रबंध निदेशक प्रशांत सोलोमन का कहना है कि ढांचागत
क्षेत्र पर सरकार द्वारा विशेष जोर दिए जाने से इसके सुखद परिणाम आएंगे
और रियल एस्टेट के लिए भी यह बजट सहायक साबित होगा। किफायती आवासीय
परियोजनाओं की अवधि बढ़ाए जाने पर निर्णय लाभकारी रहेगा।
सीट के संस्थापक व चेयरमैन रोमिरा रॉय ने बजट का स्वागत करते हुए कहा है
कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बजट में काफी कुछ दिया गया है।
निप्पॉन पेंट इंडिया के अध्यक्ष शरद मल्होत्रा का कहना है कि यह एक
विस्तारवादी बजट है। इस बजट में रेलवे के लिए भारी आवंटन और हवाई अड्डों
के निजीकरण के प्रस्ताव से ढांचागत क्षेत्र को जबरदस्त प्रोत्साहन
मिलेगा, जिससे भारत आत्मनिर्भर बन सकेगा।
रिति गु्रप के चेयरमैन व एमडी अरुण पाण्डेय ने भी बजट को देशवासियों के
लिए अच्छा बताते हुए कहा है कि कंपनी की स्थापना को भी प्रोत्साहित किया
गया है। लघु व मध्यम उद्योगों का भी ध्यान रखा गया है।
क्लिप वीआर इमर्सिव के संस्थापक ऋषि आहूजा का कहना है कि देश के युवाओं
में भरपूर कौशल है, जिसे दिशा दिए जाने की जरुरत है। शिक्षा के लिए भी
बजट में प्रावधान रखा गया है। जो छात्रों के लिए लाभप्रद होगा।
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