गुरुग्राम, साईबर सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में
साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम गुडग़ांव (एमसीजी) व गुडग़ांव
मेट्रोपॉलिटन डवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) ने ईकोग्रीन को दी हुई है,
लेकिन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था चरमराती जा रही है।
चाहे वह बसई रोड हो या पटौदी रोड या फिर आवासीय सैक्टर व कॉलोनी हों।
अधिकांश में कूड़े के ढेर सफाई व्यवस्था को मुंह चिढ़ाते अवश्य दिखाई दे
जाएंगे। कुछ क्षेत्रों में तो सडक़ों की हालत भी जर्जर हो चुकी है।
भ्रष्टाचार उन्मूलन में जुटी सामाजिक संस्था क्राइम फ्री इंडिया फोर्स के
राष्ट्रीय प्रभारी सत्यप्रताप का कहना है कि एमसीजी व जीएमडीए बड़े-बड़े
दावे करती रही हैं कि शहर में सफाई व्यवस्था व सडक़ों की हालत बिलकुल ठीक
है, लेकिन धरातल पर ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है। जहां सडक़ों के किनारे
कूड़े के ढेर लगे हैं, वहीं लोगों ने सडक़ों पर अतिक्रमण भी किया हुआ है।
इन कूड़े के ढेरों में सूअर व आवारा पशु मुंह मारते दिखाई देते हैं। शहर
के विभिन्न क्षेत्रों में सडक़ों की हालत जर्जर है, जिससे सदैव सडक़
दुर्घटनाएं होने का भय बना रहता है। ईकोग्रीन को प्रशासन ने सफाई
व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी हुई है, लेकिन बहुत से क्षेत्रों में सफाई
व्यवस्था चरमराई हुई है। अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद भी
समस्याओं का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि बरसात के
दिनों में तो इन क्षेत्रों में और भी अधिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
यदि प्रशासन ने शीघ्र ही समस्याओं का समाधान नहीं किया तो संस्था को
मजबूर होकर सडक़ों पर उतरना पड़ेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी नगर निगम व
जीएमडीए प्रशासन की ही होगी।
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