गुडग़ांव, कोरेाना वायरस महामारी का प्रकोप में जिला
प्रशासन की कार्यकुशलता एवं तत्परता से काफी कमी आ गई है। 100 से नीचे ही
कोरोना पीडि़त जिले में आ रहे हैं, लेकिन वहीं कोरेाना संक्रमितों की
संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन गुडग़ांव के पड़ौसी जिलों
फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत आदि जिलों में कोरोना पीडि़तों की संख्या में
लगातार वृद्धि हो रही है। फरीदाबाद प्रदेश में कोरोना के मामले में
हॉटस्पॉट बन चुका है। जिला प्रशासन ने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए
कोरोना की जांच बढ़ा दी है, ताकि कोरोना पीडि़तों की जानकारी मिल सके और
वे अन्य लोगों को कोरोना से संक्रमित न कर सकें। देश की राजधानी दिल्ली
में हालात कुछ संभलते दिखाई दे रहे हैं। फरीदाबाद में तो कोरोना से मरने
वालों की संख्या भी प्रदेश में सबसे अधिक पहुंच गई है। प्रदेश में
गुडग़ांव जिला ही ऐसा जिला है जिसमें कोरोना मरीजों की स्वस्थ होने की दर
अन्य जिलों से अधिक है। प्रदेश के मुकाबले गुडग़ांव में 9 प्रतिशत अधिक
कोरोना पीडि़त स्वस्थ हो चुके हैं। हालांकि प्रदेश में कोरोना मरीजों के
स्वस्थ होने का अनुपात 83.54 प्रतिशत है और गुडग़ांव में यह अनुपात 91.91
प्रतिशत बताया जा रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने
में झज्जर जिला दूसरे नंबर पर बताया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना
पीडि़तों के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सीरो सर्वेक्षण कराने का
फैसला भी लिया है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कोरोना पर विभाग ने
काफी हद तक नियंत्रण पा लिया है। जून माह में कोरोना संक्रमित मरीजों व
मौंत की संख्या गुडग़ांव में तेजी से बढ़ी थी तो माना जा रहा था कि
गुडग़ांव भी मुंबई की तरह कोरोना मरीजों से ग्रस्त शहर बन जाएगा, लेकिन
विभाग व जिला प्रशासन के सतत प्रयासों से कोरोना महामारी को फैलने से
रोकने में स्वास्थ्य विभाग सफल साबित हुआ। उद्योगों में काम करने वालों
के लिए भी जांच स्वास्थ्य विभाग अभियान शुरु करने जा रहा है। गुडग़ांव में
अधिकांश प्रतिष्ठान पूरी तरह से खोल दिए गए हैं। मॉल्स व अन्य व्यापारिक
प्रतिष्ठानों को पहले ही खोल दिया गया था। गत सप्ताह से जिम व योगा
केंद्र भी खोल दिए गए हैं और धार्मिक स्थल भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के
बाद खोले जाने संभावना है। हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस संबंध
में जिला प्रशासन को कार्यवाही करने के आदेश भी गत दिवस दे दिए हैं।
कोरेाना से बिगड़ी जिले की आर्थिक व्यवस्था अब पटरी पर आने लगी है और
लोगों की आशा भी बंधी है कि आने वाले समय में गुडग़ांव अपनी पहले वाली
स्थिति में ही कोरोना से उबर कर आ जाएगा। अनलॉक-3 के 10वें दिन शहर के
विभिन्न क्षेत्रों में जहां आवागमन सामान्य दिखाई दिया, वहीं शहर के
मुख्य सदर बाजार व हुडा मार्किट तथा मॉल्स आदि में भी श्रीकृष्ण
जन्माष्टमी के आयोजन के लिए शहरवासी आवश्यक खरीददारी करते भी दिखाई दिए।
हालांकि खरीददारों की संख्या बाजारों में कम ही दिखाई दे रही है।
दुकानदार भी ग्राहकों की बाट जोहते नजर आते हैं।
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