गुडग़ांव, उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करने वाली भारतीय
वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की महिला शाखा फिक्की लेडीज
ऑर्गेनाइजेशन (एफएलओ) द्वारा अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए
असम बाढ़ पीडि़तों की सहायता के लिए एवरी वॉयस मैटर कैपेन का आयोजन
बेविनार के माध्यम से किया। आम लोगों से भी आग्रह किया गया कि असम के
बाढ़ पीडि़तों की यथासंभव मदद की जाए। संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष
जाह्नवी फूकन का कहना है कि इस कार्यक्रम में कलाकारों व शिक्षाविदों को
भी शामिल किया गया। शिक्षाविद् प्रो. मनवेंद्र सहारिया व कलाकारों कल्पना
पटोवरी, अभिनीत मिश्रा, जुबली बरुआ, अभिनीत मिश्रा और जोई बरुआ आदि ने भी
अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को प्रतिवर्ष प्राकृतिक आपदाओं
के चलते 10 बिलियन डॉलर का नुकसान होता है, जिसका कारण प्रदेश के विभिन्न
क्षेत्रों में बाढ़ ही है। उन्होंने केंद्र सरकार से भी आग्रह किया है कि
देश के विभिन्न प्रदेशों को बाढ़ जैसी आपदा का प्रतिवर्ष सामना करना
पड़ता है। लाखों लोगों को बाढ़ बेघर कर देती है और लोगों का सामान्य जीवन
प्रभावित होता है। बाढ़ को प्राकृतिक आपदा घोषित किया जाए। बाढ़ से
निपटने का समाधान भी तलाशा जाए। इन सभी का यह भी कहना है कि असम में बाढ़
का प्रकोप सबसे अधिक दिखाई दे रहा है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हो
चुके हैं। इन कलाकारों ने भी आम जनता से बाढ़ पीडि़तों का सहयोग करने की
अपील की है कि इन बाढ़ पीडि़तों की यथासंभव सहायता की जाए। बाढ़ की
समस्या लंबे समय तक चलने वाली है। सरकार को इसका समाधान निकालना चाहिए,
ताकि लोगों को बाढ़ का सामना न करना पड़े।
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