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अनलॉक वन का 20वां दिन कोरोना के लिए एंटीजेन वेस्ड टेस्ट होंगे शीघ्र शुरु जिला प्रशासन ने निजी लैब का चार्ज भी घटाया निजी अस्पतालों के लिए किया गया कमेटी का गठन कोरोना पीडि़तों की संख्या के बढऩे से होने लगे हैं लोग चिंतित लापरवाह लोगों के प्रति प्रशासन हुआ सख्त सदर बाजार में ग्राहकों की संख्या हुई कम

गुडग़ांव, कोरोना वायरस का प्रकोप प्रदेश के विभिन्न जिलों
में भी बढ़ता जा रहा है। गुडग़ांव व फरीदाबाद में अन्य जिलों की अपेक्षा
कोरोना पॉजिटिव की संख्या सर्वाधिक है। इन दोनों जिलों में ही कोरोना से
मरने वालों की संख्या भी अधिक है। कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों से अब
आमजन यह सोचने पर बाध्य होता जा रहा है कि यदि यही हाल रहा तो आने वाले
दिनों में कहीं स्थिति भयावह न हो जाए। हालांकि जिला प्रशासन ने कोरोना
से बचाव के लिए पूरी व्यवस्था की हुई है। जिला प्रशासन प्रदेश सरकार के
दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इस महामारी से निपटने के लिए हरसंभव
प्रयासरत है। जहां प्रदेश सरकार ने कोरोना पीडि़तों की जांच के लिए निजी
लैब में जांच रिपोर्ट के लिए 2400 रुपए की धनराशि निश्चित कर दी है, वहीं
जांच रिपोर्ट एंटीजेन वेस्ड टेस्टिंग की शुरुआत होने से 15 मिनट के भीतर
ही मिलनी शुरु हो जाएगी। निजी लैब में पहले कोरोना जांच का खर्चा 4500
रुपए था, जिसे अब घटाकर 2400 रुपए कर दिया गया है। प्रशासन ने कोरोना
पीडि़तों के लिए बेड से लेकर चिकित्सकों व एंबूलैंस की संख्या में भी
वृद्धि कर दी है। जिला प्रशासन निजी अस्पतालों में कोरोना के उपचार का
खर्चा भी निश्चित करने जा रहा है। उसके लिए कमेटी का गठन भी कर दिया गया
है। गत दिवस कोरोना से 3 मरीजों की मृत्यु हो गई। मृत्यु की संख्या बढऩे
से लोग परेशान हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर कोरोना पीडि़तों के स्वस्थ होने
की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। गुडग़ांव में कोरोना सैंपलिंग की
रफ्तार भी बढ़ती जा रही है। सैंपल लेने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग के 5
सामुदायिक केंद्र में भी की गई है। जिला प्रशासन ने जिलेवासियों को
आश्वस्त किया है कि वे कोरोना से घबराएं नहीं। प्रशासन के दिशा-निर्देशों
का पालन अवश्य करें, ताकि कोरोना के बढ़ते मामलों को कम किया जा सके और
अधिक लोग इसकी चपेट में न आएं। अनलॉक वन के 20वें दिन शहर के मुख्य सदर
बाजार में जहां सभी दुकानें खुली हुई नजर आई, लेकिन ग्राहकों की संख्या न
होने के बराबर ही दिखाई दी। आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी करते हुए ही लोग
दिखाई दे रहे हैं। गारमेंट, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स आईटम्स, ज्वैलर्स व
कपड़ों के शोरुम आदि बिना ग्राहकों के ही दिखाई दे रहे हैं। दुकानदार
ग्राहकों की बाट दिनभर जोहते रहते हैं। कोरोना के इतने मामले बढ़ जाने के
बाद भी लापरवाह लोग बिना फेस मास्क लगाए ही सामाजिक दूरी का पालन न करते
हुए दिखाई दे रहे हैं। बुद्धिजीवियों का कहना है कि ये लोग सरकार के
दिशा-निर्देशों का पालन न कर क्या दिखाना चाहते हैं। हालंाकि जिला
प्रशासन ने ऐसे लापरवाह लोगों के चालान काटने भी शुरु किए हुए हैं। चालान
काटने वाली अथॉरिटी का कहना है कि बिना फेस मास्क लगाए पहला चालान 500
रुपए का होगा। यदि दूसरी बार बिना फेस मास्क लगाए व्यक्ति मिलता है तो
उससे एक हजार रुपए वसूल किए जाएंगे और इस राशि को कोरोना जन जागरण अभियान
में खर्च किया जाएगा। यानि कि इस राशि से फेस मास्क आदि उपलब्ध कराए
जाएंगे।

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