गुडग़ांव, कोरोना वायरस महामारी के चलते प्रदेश में कोरोना
पॉजिटिव की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिसमें गुडग़ांव में
पॉजिटिव मरीजों की संख्या में सर्वाधिक है जोकि प्रदेश व गुडग़ांव के लिए
शुभ संकेत नहीं हैं। प्रदेश सरकार को इस दिशा में सभी आवश्यक कदम अन्य
प्रदेश सरकारों के साथ मिलकर उठाने चाहिए, ताकि कोरोना से सामूहिक रुप से
लड़ा जा सके। यह कहना है सामाजिक संस्था भगवान श्री परशुराम सेवादल के
अध्यक्ष पंडित अरुण शर्मा एडवोकेट का। उनका कहना है कि प्रदेश की सीमाएं
दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश व पंजाब से लगी हैं। गुडग़ांव, फरीदाबाद,
सोनीपत, झज्जर आदि दिल्ली सीमा से सटे हैं। दिल्ली से प्रतिदिन गुडग़ांव व
गुडग़ांव से दिल्ली आने वालों की संख्या हजारों में है। गुडग़ांव स्थित
औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम करने के लिए बड़ी संख्या में कर्मी दिल्ली
से गुडग़ांव आते हैं, जिससे आए दिन कोरोना वायरस के मरीजों का स्तर बढ़ता
जा रहा है। उनका कहना है कि राजनैतिक दृष्टि से केंद्र व हरियाणा में
भाजपा सरकार है, जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सत्ता संभाले हुए है।
ऐसे में पारस्परिक तालमेल का अभाव देखने को मिल रहा है और इस सबका
खामियाजा दिल्ली व गुडग़ांव की जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने आग्रह
किया है कि इस संकट की घड़ी में सभी राजनैतिक दलों को सामूहिक रुप से
मिलकर कोरोना से लडऩे के प्रयास करने चाहिए, ताकि कोरोना के मामले न
बढ़ें। दिल्ली व हरियाणा सरकार को भी जनहित में कोरोना से बचने के लिए
ठोस कदम उठाने चाहिए।
Comment here