गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से आमजनों को बचाने के
लिए करीब अढ़ाई माह का लॉकडाउन चलता रहा। इस दौरान जिला अदालतें व अन्य
प्रतिष्ठान भी बंद रहे। जिला अदालतों में भी कार्य नहीं हो सका, जिसके
कारण युवा अधिवक्ताओं तथा महिला अधिवक्ताओं को भारी आर्थिक समस्या का
सामना करना पड़ रहा है। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख
सिंह अधिवक्ता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि एडवोकेट
एक्ट के अनुसार वकीलों को वकालत के अलावा अन्य कोई भी व्यवसाय करने पर
पूर्ण प्रतिबंध है। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन
है। लॉकडाउन के कारण वकीलों का कार्य पूरी तरह से बंद हो गया है तथा
वकीलों की आय का कोई अन्य साधन नहीं है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक संकट
का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि इस समस्या का सामना युवा
वकीलों तथा महिला वकीलों को करना पड़ रहा है। उनके पास जो जमांपूंजी थी
वह अब खर्च हो चुकी है। इन कठिन परिस्थितियों में वे अपना घर बड़ी
मुश्किल से चला पा रहे हैं। इसलिए उन्हें इस महासंकट से उबारने के लिए
आर्थिक सहायता दी जाए।
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