गुडग़ांव, जनप्रतिनिधियों की प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा
अनदेखी करने के आरोप समय-समय पर लगते रहे हैं, जिससे ये जनप्रतिनिधि आमजन
के सही कार्य भी नहीं करा पाते। इसको लेकर आमजन भी परेशान हैं। जिला बार
एसोसिएशन के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह अधिवक्ता का कहना है कि
प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों की अनदेखी करना बहुत ही
चिंता का विषय है। उनका कहना है कि आमजन द्वारा चुने हुए विधायकों ने
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में शिकायत की
है कि अधिकारी उनकी सुनते नहीं हैं। यहां तक कि कुछ अधिकारी तो उनका फोन
भी नहीं उठाते, जिससे आमजन के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी अधिकारी
व कर्मचारी जनता के सेवक हैं और उन्हें आमजन की सेवा करनी चाहिए। जबकि
जनप्रतिनिधि विधायक जनता द्वारा चुनकर विधानसभा में भेजे गए हैं, ताकि वे
जनहित के कार्य तथा अपने-अपने क्षेत्र का विकास करा सकें। वरिष्ठ
अधिवक्ता का कहना है कि यदि अधिकारी जनता द्वारा चुने हुए विधायकों की ही
नहीं सुनेंगे तो फिर आमजनता का क्या होगा? उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल
से आग्रह किया है कि ऐसे प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाम लगाई जाए, जो
विधायकों की नहीं सुनते। सरकार प्रदेश के सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश
जारी करे कि विधायकों व आमजनता की बात सुनी जाए ताकि उनके जायज काम हो
सकें और प्रदेश का विकास हो सके।
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