गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना वायरस के प्रकोप से लोगों को
बचाने के लिए तीसरे चरण के लॉकडाउन के दूसरे दिन जहां आवासीय क्षेत्रों
में आवश्यक सामान की दुकानें जिला प्रशासन की शर्तों के अनुसार खुली
दिखाई दी, वहीं शहर का मुख्य सदर बाजार की दुकानें बंद ही रही। सदर बाजार
में केवल खाद्य सामग्री की दुकानें ही पूर्व की भांति खुली दिखाई दी।
जिला प्रशासन ने आदेश जारी किए हुए हैं कि प्रात: 7 बजे से सायं 7 बजे के
दौरान कंटेनमेंट एरिया को छोडक़र अन्य क्षेत्रों में आने-जाने के लिए किसी
प्रकार के पास की आवश्यकता नहीं है। कंटेनमेंट जोन में आने-जाने की
अनुमति नहीं है। प्रशासन ने सायं 7 बजे से प्रात: 7 बजे तक शहरवासियों के
आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है। यदि इस दौरान आवश्यक
परिस्थितियों में कोई व्यक्ति आवागमन करता है तो उसके लिए उसे पास लेना
होगा, लेकिन दिन के दौरान आवागमन करने पर लोगों को जहां फेस मास्क का
इस्तेमाल करना होगा, वहीं सामाजिक दूरी व अन्य नियमों का पालन करना होगा।
अंतर्जिला या अंजर्राज्यीय आवागमन के बारे में पास के लिए प्रदेश सरकार
से अनुमति लेनी होगी। उधर पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकिल का कहना है कि दिन
में आवागमन के लिए जो छूट शहरवासियों को दी गई है, वह अस्थायी है। लोगों
को सेल्फ डिशिप्लिन का पालन करना होगा। यदि लोग मन से इसका पालन नहीं
करते हैं और कानून व्यवस्था में किसी प्रकार का अवरोध पैदा करते हैं तो
पुलिस को भी उनके साथ सख्ती करने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने
शहरवासियों से आग्रह किया है कि अनावश्यक भीड़ एकत्रित न करें। सामाजिक
दूरी का पालन करें। करीब 45 दिन बाद लॉकडाउन में कुछ रियायत दी गई है तो
लोगों में उत्सुकता आनी स्वभाविक है। उनका यह भी कहना है कि जिस प्रकार
कोरोना पॉजिटिव की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है, उससे गुडग़ांव को
ऑरेंज जोन से रेड जोन में तब्दील करने की संभावनाओं से भी इंकार नहीं
किया जा सकता। यदि इस प्रकार के आदेश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से आते
हैं तो लॉकडाउन में दी गई रियायतों को फिर से वापिस लिया जा सकता है। यह
सब उस समय के हालात पर निर्भर करेगा। उनका कहना है कि 5वें दिन भी देश की
राजधानी दिल्ली से लगती गुरुग्राम की सीमाओं की पूरी निगरानी रखी गई।
बिना वैध पास के दिल्ली से आने वालों को गुडग़ांव में प्रवेश नहीं करने
दिया गया। इसी प्रकार गुडग़ांव से दिल्ली जाने वालों की भी पूरी जांच की
जा रही है। उनका कहना है कि सीमाओं के मामले में प्रदेश सरकार के आदेशों
का पूरा पालन कराया जा रहा है। उधर शराब के ठेके खोले जाने पर भी असंमजस
बना हुआ है। पडौसी प्रदेशों में गत दिवस शराब की बिक्री को लेकर जो
हंगामा हुआ, प्रदेश सरकार पूरी तैयारियों के बाद ही शराब के ठेके खोलने
पर निर्णय ले सकती है। जानकारों का मानना है कि संभवत: आज बुधवार से
प्रदेश में कुछ शर्तों के साथ शराब के ठेके खोल दिए जाएंगे। उधर प्रशासन
ने प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेशों में भेजने के लिए कार्यवाही भी
शुरु की हुई है। माना जा रहा है कि बिहार प्रदेश के प्रवासी गुडग़ांव में
सर्वाधिक हैं। कोरेाना वायरस के गत दिवस 11 लोग संक्रमित मिले थे, जिनमें
से सब्जी मंडी में कार्यरत लोगों की संख्या अधिक थी। जिला प्रशासन ने
खांडसा रोड स्थित सब्जी मंडी को आगामी 8 मई तक बंद कर दिया है। इसी
प्रकार जिले की फर्रुखनगर व पटौदी सब्जी मंडियों को भी 2 दिन के लिए बंद
किया गया है, ताकि कोरोना से बचाव के और पुख्ता इंतजाम किए जा सकें। जिला
प्रशासन का कहना है कि लोग लॉकडाउन में दी गई रियायतों का दुरुपयोग न
करें।
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