गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से देशवासियों को बचाने
के लिए लॉकडाउन चल रहा है। सभी अपने घरों में रहकर कोरोना वायरस के
प्रकोप से बचने के लिए प्रयासरत हैं। दूसरे चरण के लॉकडाउन के 17वें दिन
दिल्ली सीमा से लगती जिले की सीमाओं पर भारी पुलिस बल का बंदोबस्त दिखाई
दिया। गुडग़ांव में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ जाने के कारण प्रदेश
सरकार ने गुडग़ांव जिले की दिल्ली से लगती सीमाओं को सील करने का आदेश
दिया था। दिल्ली की ओर से बिना वैध मूवमेंट पास के किसी को भी गुडग़ांव की
सीमा में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। शुक्रवार की प्रात: से जिला
प्रशासन ने दिल्ली सीमाओं पर नाके बनाकर बेरिकेट्स लगा दिए हैं और वहां
पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात कर दिए हैं। हर नाके पर ड्यूटी
मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं, ताकि नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों को
किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। केएमपी पर बिलासपुर के
निकट पुलिस नाका लगाया गया है। इसी प्रकार पालम विहार, बजघेड़ा क्षेत्र,
खोड़, फर्रुखनगर केएमपी एक्सप्रैस वे, सरहौल टोल प्लाजा व सोहना क्षेत्र
के पलवल रोड स्थित सिलानी चौक, रायपुर, डूण्डाहेड़ा व पथरेड़ी आदि
क्षेत्रों में भी पुलिस नाके लगाए गए हैं। इन नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी
वाहन चालकों की पूरी जांच कर ही प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं। वैध पास के
बिना किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। जिला प्रशासन का मानना है कि
जो जिस क्षेत्र में कार्य करता है, उसकी ड्यूटी व उसके आवास की व्यवस्था
उसी क्षेत्र में की जानी चाहिए, तभी कोरोना वायरस के प्रकोप को रोका जा
सकता है। केंद्र सरकार की कोविड 19 समीक्षा में गुडग़ांव को रेड जोन से
ऑरेंज जोन में कर दिया गया है। जिसको लेकर जिला प्रशासन काफी उत्साहित
दिखाई दे रहा है, लेकिन जानकारों का कहना है कि गुडग़ांव में आए दिन
कोरोना पॉजिटिव मिलते जा रहे हैं। न जाने किन तथ्यों के आधार पर गुडग़ांव
को रेड जोन से ऑरेंज जोन में कर दिया गया है। हालांकि सभी चाहते हैं कि
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से गुडग़ांव जिले को ही नहीं, अपितु अन्य
जिलेवासियों को भी कोरोना से शीघ्र मुक्ति मिल सके। उधर जिला प्रशासन ने
शहरी क्षेत्र स्थित लगाए गए नाकों पर भी सख्ती बढ़ा दी है, ताकि लापरवाह
लोग लॉकडाउन का उल्लंघन न करें। जिला प्रशासन ने लघु, सूक्ष्म व मध्यम
श्रेणी के सैकड़ों प्रतिष्ठानों को आवश्यक शर्तों के साथ काम करने की
अनुमति दी है। प्रशासन ने अनुमति देते समय प्रतिष्ठान के प्रबंधकों से
आग्रह किया है कि वे सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उनके रहने व खाने की
व्यवस्था भी प्रतिष्ठान के भीतर ही करें और किसी भी रुप में संक्रमण का
फैलाव न हो, इसके लिए एहतियाती कदम उठाते हुए नियमित रुप से परिसर को
सैनिटाइज आदि भी करें। स्वास्थ्य सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके
लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर ली है। प्रशासन ने जिले में 7
ईंट-भट्टों को भी खोलने की अनुमति दे दी है। यहां पर भी भट्टा संचालक
प्रशासन द्वारा लगाई गई शर्तों का पूरा पालन करेंगे। इसी प्रकार प्रशासन
ने 72 निर्माण गतिविधियों पर भी काम करने की अनुमति दे दी गई है। कार्य
स्थल पर ही श्रमिकों के रहने व उन्हें आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के
आदेश भी दिए गए हैं।
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