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जिला प्रशासन की सतर्कता से ही गुडग़ांव में नहीं बढ़ पाई कोरोना पीडि़तों की संख्या अधिकांश क्षेत्रों में सडक़ें पड़ी हैं सुनसान, कफ्र्यू जैसे हैं हालात

गुडग़ांव, कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार
ने ही नहीं, अपितु केंद्र सरकार ने भी पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की
हुई है, ताकि लोग कोरोना वायरस के प्रकोप से बच सकें। गुडग़ांव में
लॉकडाउन के 9वें दिन भी शहर की सभी मुख्य सडक़ें सुनसान दिखाई दी। जिला
प्रशासन की सख्ती के चलते लोगों ने सडक़ों पर निकलना ही बंद कर दिया है।
विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों की तत्परता
भी लॉकडाउन को सफल बनाने में अहम रही है। पुलिसकर्मी बिना आवश्यक कारणों
से लोगों को घर से बाहर सडक़ों पर नहीं निकलने दे रहे हैं। इसी का परिणाम
है कि गुडग़ांव में कोरोना पीडि़तों की संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई
है। गुडग़ांव में 10 लोगों की कोरोना वायरस के पीडि़तों के रुप में पहचान
की गई थी, जिनमें से 6 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और वे अपने
घरों में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। कुल 4 पीडि़तों का ही इलाज चल रहा
है। जिला प्रशासन समय-समय पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए
दिशा-निर्देश जारी करता रहा है, जिनका पालन प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी
करा रहे हैं। यह गुडग़ांव के लिए शुभ संकेत ही है कि कोरोना पीडि़तों की
संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है। जिला प्रशासन ने आवश्यक वस्तुएं के
वितरण की पुख्ता व्यवस्था भी की हुई है। मुनाफाखोरों की भी सरकार ने नकेल
कसी हुई है, जिसका परिणाम यह है कि लोगों को दैनिक जीवन में इस्तेमाल
होने वाली सभी वस्तुएं आसानी से मिल पा रही हैं।

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