गुडग़ांव, श्रमिक यूनियनों
का प्रतिनिधित्व करने वाले
श्रमिक संगठन एटक के प्रदेश वरिष्ठ उप महासचिव कामरेड अनिल पंवार ने
प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि अप्रवासी श्रमिकों को उनके गृह
प्रदेशों में भेजने की तुरंत व्यवस्था की जाए, जिससे वे भी कोरोना के
प्रकोप से बच सकें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में
श्रमिक उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम
बंगाल, उड़ीसा आदि प्रदेशों स्थित अपने घरों के लिए निकल रहे हैं, लेकिन
परिवहन व्यवस्था न होने के कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना
पड़ रहा है। उनके भूखे मरने की नौबत आ गई है। हालांकि प्रशासन ने
व्यवस्था की हुई है लेकिन वे पर्याप्त नजर नहीं आ रही हैं। श्रमिकों ने
अपने घर जाने का मन बना ही लिया है तो उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने के
लिए परिवहन की व्यवस्था करनी चाहिए, जैसा की पड़ोसी प्रदेश की सरकार ने
किया भी है। उन्होंने ये मांग भी की है कि सरकार सभी औद्योगिक क्षेत्रों
स्थित प्रतिष्ठानों की प्रबंधन व ठेकेदारों से उनके पास कार्यरत श्रमिकों
का विवरण भी प्राप्त कर लें और इन प्रतिष्ठानों को ये आदेश भी दें कि
कार्यरत श्रमिकों को लॉकडाउन के चलते उन्हें पूरा वेतन दिया जाए। उनका
कहना है कि विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में कार्य करने वाले नियमित व
अनियमित श्रमिकों की संख्या लाखों में है और ये सभी प्रवासी श्रमिक हैं
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