गुडग़ांव, अमेरिका स्थित शिकागो में वर्ष 1893 में आयोजित
विश्व धर्म
महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने
वाले वेदांत
के विख्यात और प्रभावशाली आद्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद
की पुण्यतिथि
शनिवार को राजेंद्रा पार्क क्षेत्र में समाजसेवियों द्वारा
मनाई गई। समाजसेवी
राजेश पटेल का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते
सामाजिक दूरी
का पालन करते हुए स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प
अर्पित कर
उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने श्रद्धांजलि देने वाले लोगों
से कहा कि
भारत का आद्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदांत दर्शन अमेरिका और
यूरोप के देशों
में स्वामी विवेकानंद के कारण ही पहुंचा था। उन्होंने ही
रामकृष्ण मिशन
की स्थापना की थी। वह रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे और उनसे
काफी प्रभावित
भी थे। उन्होंने ही अपने गुरु से सीखा था कि सभी जीवों में
स्वयं परमात्मा
का ही अस्तित्व है। राजेश पटेल ने लोगों से आग्रह किया कि
वे स्वामी
विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलें, ताकि देश व समाज का भला हो
सके। श्रद्धांजलि
देने वालों में संगीता, रुपा, अर्चिता, रितु, तारा,
उजाला, राहुल
राज, सुशील, विवेक, श्याम आदि भी शामिल रहे।
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