गुरुग्राम।कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के निदेशक (प्रभारी) सुनील यादव ने आज गुरुग्राम स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि निगम ने कर्मचारियों और नियोक्ताओं के हित में दो महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की हैं। इनमें स्प्री-2025 और एमनेस्टी योजना 2025 शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य है— कामगारों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना और उद्योगों को मुकदमेबाज़ी के बोझ से राहत देना।
31 दिसंबर 2025 तक चलेगी स्प्री योजना
सुनील यादव ने बताया कि स्प्री योजना 31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगी। इसके अंतर्गत वे सभी उद्योग और कर्मचारी, जो अब तक ईएसआईसी से नहीं जुड़े हैं, बिना पुराने बकाया की मांग का सामना किए पंजीकरण करा सकेंगे। नियोक्ता अपने उद्योगों और कर्मचारियों का पंजीकरण ईएसआई पोर्टल, श्रम सुविधा पोर्टल और कंपनी मामलों के पोर्टल के माध्यम से करा सकते हैं। इस योजना के तहत जो नियोक्ता पंजीकरण कराएंगे, उन्हें उनकी पंजीकरण की तिथि या उनके द्वारा घोषित तिथि से
कवर्ड माना जाएगा। नए पंजीकृत कर्मचारियों को भी उनकी पंजीकरण की तिथि से ही ईएसआई लाभ मिलने लगेंगे।
स्वैच्छिक अनुपालन पर है ज़ोर
उन्होंने कहा कि इस योजना का आधार दंडात्मक कार्रवाई नहीं बल्कि स्वैच्छिक अनुपालन है। इससे मुकदमेबाज़ी का बोझ घटेगा, औपचारिक पंजीकरण को बढ़ावा मिलेगा और नियोक्ताओं व कर्मचारियों के बीच बेहतर विश्वास व सहयोग का माहौल बनेगा।
एमनेस्टी योजना 2025 से सुलझेंगे विवाद
निदेशक (प्रभारी) ने बताया कि निगम ने एमनेस्टी योजना 2025 को भी मंजूरी दी है। यह योजना एकमुश्त विवाद समाधान योजना है, जो 1 अक्टूबर 2025 से 30 सितंबर 2026 तक लागू रहेगी। इसमें कवरेज से जुड़े नुकसान, ब्याज और अन्य विवादों का निपटारा किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य मुकदमों की संख्या कम करना और नियोक्ताओं को राहत देते हुए ईएसआई अधिनियम के अंतर्गत अनुपालन को और अधिक मज़बूत करना है।
उद्योग जगत ने किया स्वागत
प्रेस वार्ता में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से छोटे-बड़े उद्योगों को राहत मिलेगी और कर्मचारियों को स्वास्थ्य व सामाजिक सुरक्षा के लाभ आसानी से प्राप्त होंगे।
स्प्री-2025 और एमनेस्टी योजना से बढ़ेगा सामाजिक सुरक्षा का दायरा
