गुडग़ांव, पड़ोसी प्रदेशों से गुडग़ांव में मजदूरी करने
आए श्रमिकों की हालत लॉकडाउन के चलते पतली होती दिखाई दे रही है। अब इन
श्रमिकों के पास कोई काम नहीं है, जिससे वे अपना व अपने परिवार का
पालन-पोषण कर सकें। पिछले 3 दिनों से इन श्रमिकों ने गुडग़ांव अपने गृह
प्रदेशों में जाने का निर्णय ले लिया है, लेकिन परिवहन व्यवस्था न होने
के कारण ये श्रमिक पैदल ही भूखे प्यासे निकल पड़े हैं। प्रतिदिन सैकड़ों
की संख्या में लॉकडाउन के समय में भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आते-जाते
देखे जा सकते हैं। हालांकि प्रशासन इन श्रमिकों को समझा भी रहा है कि वे
अपने गृह प्रदेश न जाएं। उनके रहने-सहने की व्यवस्था गुडग़ाव व आस-पास के
क्षेत्रों में कर दी गई है, लेकिन ये लोग मानने को तैयार ही नहीं है। इन
भूखे-प्यासे मजदूरों को राहत देने के लिए स्वयंसेवी संस्था साईं सेवा
फाउण्डेशन ने शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाते श्रमिकों को पेयजल,
बिस्किट, दूध आदि निशुल्क वितरण कराया। संस्था के अध्यक्ष रवि बंसल का
कहना है कि संस्था के सदस्य शहर के विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रकार की
राहत सामग्री का वितरण संस्था की ओर से कर रहे हैं। उन्होंने अन्य
संस्थाओं से भी आग्रह किया कि वे इस विपत्ति में जरुरतमंदों की सहायता
करें, ताकि मानवता जीवित रह सके।
सांई सेवा फाउण्डेशन द्वारा पलायन कर रहे लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है निशुल्क खाद्य सामग्री

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