गुरुग्राम। धार्मिक संस्था विश्व जागृति मिशन व श्री गौरी शंकर मंदिर कमेटी द्वारा श्राद्ध पक्ष में पितरों व पूर्वजों की विशेेष कृपा पाने के लिए सैक्टर 9ए स्थित श्री गौरीशंकर मंदिर परिसर में 7 दिवसीय श्रीमदभागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में महिला-पुरुष साधक कथा का श्रवण करने पहुंच रहे हैं। कथाव्यास निधि नेहा सारस्वत (युगल जोड़ी) ने संगीतमय शैली में धु्रव-प्रह्लाद चरित्र एवं नरसिंह अवतार प्रसंगों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य को वैभव और पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो सच्चे मन से भगवान को याद करता है, भगवान स्वयं प्रकट हो कर उनकी रक्षा करते हैं। जैसे भगवान ने नरसिंह रूप में प्रकट होकर प्रहलाद को भयमुक्त किया था। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण भागवत में ही वास करते हैं। जो व्यक्ति भागवत कथा का श्रवण करते हैं, उनके पाप, ताप, संताप सब मिट जाते हैं। कथा में उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन बड़े भाग्य से मिलता है। इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। भगवत भजन में ध्यान लगाना चाहिए, इसी में मनुष्य का उद्धार है। उन्होंने कहा कि कलियुग में उम्र भी कम है, अत: युवावस्था में ही अच्छे कर्म कर लेना चाहिए। बाद में शरीर की क्या गति होगी, कोई नही जानता है। इसलिए शरीर में जब तक सांस है, अपने को भजन-कीर्तन में लगाएं। मंदिर समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष ग्रोवर, आचार्य हरीश उपाध्याय का कहना है कि श्रीमदभागवत कथा का श्रवण करने के लिए वीरवार को बड़ी संख्या में साधक पहुंचे। साधकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंदिर समिति के सदस्य जुटे हुए हैं।
सच्चे मन से स्मरण करने वाले की भगवान स्वयं करते हैं रक्षा : निधि नेहा सारस्वत
