गुरुग्राम, केंद्र सरकार के कृषि बिलों के विरोध में
किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने के समर्थन में गुडग़ांव के संयुक्त किसान
मोर्चा का धरना 69वें दिन भी जारी रहा। धरने को विभिन्न संगठनों व श्रमिक
यूनियनों का समर्थन मिल रहा है। मोर्चा के अध्यक्ष संतोख सिंह का कहना है
कि शनिवार को धरने में विभिन्न सामाजिक संगठनों, श्रमिक यूनियनों के
प्रतिनिधि, किसान अपने हाथों पर काली पट्टियां बांधकर शामिल हुए और कृषि
बिलों का विरोध करते हुए किसानों के आंदोलन का समर्थन किया। मोर्चा के
सदस्य सिंघु बॉर्डर तथा टीकरी बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में पहुंचे।
उन्होंने कहा कि किसानों के अंादोलन को सौ दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन
सरकार उनकी बातों को सुनने के लिए तैयार नहीं है। सरकार ने तीनों कानून
पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाए हैं। तीनों काले कानून रद्द किए
जाएं तथा एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए। डा. धर्मवीर राठी, विजय
यादव व मुकेश डागर, ईश्वर सिंह ने कहा कि सरकार आंदोलन को लंबा खींच कर
तोडऩा चाहती आंदोलन को तोडऩे के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे है। सरकार
क्षेत्र जाति और धर्म के नाम पर किसानों में फूट डालना चाहती है।
पूंजीपतियों के दबाव में सरकार कानून वापस नहीं ले रही। सरकार पेट्रोल
डीजल के दाम बढ़ा रही है जिससे किसान प्रभावित होंगे और महंगाई बढ़ेगी।
धरने पर बैठने वालों में देविका सिवाच, महासिंह ठाकरान, नवनीत रोजखेडा,
श्रमिक नेता अनिल पंवार, पवन नेहरा, तेज राम यादव, जेसी यादव, राजेश
गोस्वामी आदि शामिल रहे।
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