गुडग़ांव,
औद्योगिक क्षेत्रों में कार्यरत ठेकेदारों ने
कोरोना वायरस का बहाना बनाकर पिछले 10 वर्षों से कार्य
कर रहे पुराने
श्रमिकों को नौकरी से निकालना शुरु कर दिया है। यह
आरोप श्रमिक यूनियनों
का प्रतिनिधित्व करने वाले श्रमिक संगठन एटक ने ठेकेदारों
व कंपनी
प्रबंधन पर लगाए हैं। एटक के जिला महासचिव कामरेड अनिल
पंवार ने बताया कि
उप श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर मांग की गई कि कुछ संस्थानों
की प्रबंधन
कोरोना वायरस की झूठी अफवाह फैलाकर श्रमिकों में भय
का वातावरण उत्पन्न
करने में लगी हैं। वे साजिश के तहत ठेकेदारों से मिलकर
पुराने श्रमिकों
को नौकरी से निकालने पर तुल गई हैं। उन्होंने ज्ञापन
में कहा है कि एक
कंपनी प्रबंधन ने वरुण कुमार, संतोष, प्रदीप कुमार
व सोमपाल को गैर
कानूनी रुप से नौकरी से निकाल दिया, जबकि प्रबंधकों
ने इन श्रमिकों की
कोई जांच भी नहीं कराई थी। प्रबंधक जानबूझकर पुराने
श्रमिकों को नौकरी से
निकालने का बहाना वायरस को लेकर बना रही है तथा संस्थानों
में नई भर्ती
की जा रही है, जिससे श्रमिकों में रोष व्याप्त होता
जा रहा है। उन्होंने
श्रम विभाग से आग्रह किया है कि इस मामले की जांच की
जाए और उन प्रबंधनों
के खिलाफ कार्यवाही की जाए, जो कोरोना वायरस का नाम
लेकर अफवाह फैला रहे
हैं और श्रमिकों में भय पैदा कर उन्हें नौकरी से निकालने
के काम में जुटे
हुए हैं। अनिल पंवार का कहना है कि यही शिकायत उपायुक्त
से भी की गई है।
उप श्रमायुक्त ने मामले की जांच कराने का आश्वासन श्रमिक
नेता को दिया
है।
ù��Kq\ma.q�7����n���3����|
3�hc�\:����G��?����٩�W��1[^����~ֽͣ�����1�
Comment here