NCRUncategorizedअर्थव्यवस्थादेशबिज़नेसराजनीतिराज्य

-लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया प्रथम दो दिवसीय शहरी निकाय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभशहरी स्थानीय निकाय है लोकतंत्र की प्रथम पाठशाला: नायब सिंह सैनीअनुभवों को देशभर में प्रसारित किया जाएगा: हरविंद्र कल्याण

गुरुग्राम। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शहरी निकाय जनप्रतिनिधि सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कदम बढ़ाएं तो वे निश्चित तौर पर शहरी क्षेत्र में ऊर्जावान बदलाव ला सकते हैं। देश को नई दिशा देने में राष्ट्र की सबसे छोटी इकाई के रूप में कार्य कर रही शहरी निकाय मजबूती से अब आगे बढ़ रही हैं। यह बात उन्होंने गुरुवार को मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर ऑफ ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईकैट) में शहरी स्थानीय निकायों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।इस सम्मेलन का विषय है-संवैधानिक लोकतंत्र को सुदृढ़ करने और राष्ट्र निर्माण में शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दीप प्रज्जवलित करके प्रथम दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में शहरी निकाय की अहम भूमिका है। शहरी निकाय जन प्रतिनिधियों को नवाचार पद्धति, सशक्त मार्गदर्शन व व्यवहार कुशलता के साथ विकसित भारत के विजन 2047 को सामने रख अपना दायित्व निभाना होगा। उन्होंने कहा कि सभी संकल्प लें कि मेरा निगम, मेरा परिषद व मेरी नगर पालिका व मेरा शहर दुनिया के स्वच्छ व सुंदर शहरों में शुमार हो। उन्होंने कहा कि आज हम उज्ज्वल भविष्य के साथ भारत की लोकतांत्रिक संस्था को मजबूत करने के लिए कैसे आगे बढ़े, इसी सोच को चरितार्थ करने के लिए एकत्रित हुए हैं। इन दो दिन में राष्ट्र हित में शहरी निकाय प्रतिनिधि चर्चा, संवाद, नवाचार पद्धति व अपने कुशल सुझाव व अनुभवों को रखते हुए मिलकर नया भारत-विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में भागीदार बनेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शहरी स्थानीय निकायों की अतुलनीय भूमिका है, जहां जनप्रतिनिधि जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं को सुनते हुए उनका समाधान सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोकसभा, विधानसभा के साथ ही शहरी व पंचायती संस्थाएं आमजन से जुड़ाव का सशक्त माध्यम बनती हैं। जनहित के लिए लोकसभा व विधानसभा जहां नए कानून बनाती है। उनके क्रियान्वयन में कार्यपालिका की सक्रिय सहभागिता है। गुरुग्राम। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को मानेसर में शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि हम सब अपने लोकतंत्र को मजबूत करने तथा राष्ट्र निर्माण में शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका पर विचार मंथन कर रहे हैं। यह विषय हमारे लोकतंत्र की जड़ों को सींचने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत- 2047 के विजन को साकार करने की राह दिखाता है। यह हमारा सौभाग्य है कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी हरियाणा को मिली है।
दो दिवसीय राष्ट्रीय निकाय सम्मेलन को संबोधित करते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय लोकतंत्र की प्रथम पाठशाला और नर्सरी हैं। लोकतंत्र की जड़ें स्थानीय स्तर पर जितनी गहरी होंगी, हमारा राष्ट्र उतना सशक्त बनेगा। अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर नागरिकों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है तो आमजन को लगता है कि उसने अपने स्थानीय निकाय की बागडोर सही हाथों में सौंपी है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत-विकसित हरियाणा, विकसित नगरों से ही बनेगा। इसलिए, हमने हरियाणा में विजन-2047 के तहत एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और 50 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा करने का लक्ष्य रखा है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि साइबर सिटी गुरुग्राम शहरी विकास का एक मॉडल है। इसके साथ लगते 180 किलोमीटर लंबे के.एम.पी. कॉरिडोर के साथ पंच ग्राम योजना के तहत ऐसे ही 5 अति आधुनिक शहर बसाने की परियोजना पर काम कर रहे हैं। यह योजना वर्ष 2050 तक 75 लाख जनसंख्या के लिए बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरुत योजना के तहत शहरों में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। हरियाणा में सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया गया है और इससे सभी सरकारी योजनाओं को जोड़ दिया है। अब इन योजनाओं का लाभ नागरिकों को घर द्वार पर ही मिल रहा है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस स्वामित्व योजना को पूरे देश में लागू किया है, उस योजना को हरियाणा ने शत-प्रतिशत लागू कर दिया है। इसके साथ-साथ हरियाणा में नगर दर्शन पोर्टल की शुरुआत भी की गई है।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों को सशक्त और पारदर्शी बनाना बेहद जरूरी है। इसके लिए हरियाणा में ई गवर्नेंस को तेजी से अपनाया जा रहा है।
अनुभवों को देशभर में प्रसारित किया जाएगा: हरविंद्र कल्याण
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि जिस पावन धरती से भगवान श्रीकृष्ण ने संपूर्ण मानवता को गीता ज्ञान और कर्म का संदेश दिया, उसी धरती पर देशभर के राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होना ना केवल हरियाणा विधानसभा, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। यह राष्ट्रीय सम्मेलन विभिन्न राज्यों द्वारा अपनाई गई विकास की अच्छी प्रक्रियाओं के प्रसार में शहरी निकायों के लिए मार्गदर्शक बनेगा। वे गुरुवार को मानेसर में आयोजित देश के शहरी स्थानीय निकायों के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन में स्वागत संबोधन कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह दो दिवसीय सम्मेलन शहरी स्थानीय निकायों, पंचायती राज संस्थाओं, महिलाओं और युवाओं को समर्पित है। सम्मेलन में संवाद और चर्चा के माध्यम से जो अच्छी प्रक्रियाएं और नवाचार सामने आएंगे, उन्हें जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करेंगे। हरियाणा की धरती पर मिले अनुभवों को देशभर में प्रसारित किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि हाल ही में पटना में आयोजित राज्यों की विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में जो प्रस्ताव पारित किए गए थे, उनका समर्थन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने बजट भाषण में भी किया है। अपने स्वागत संबोधन में उन्होंने कहा कि विधायी संस्थाएं (संसद, विधानसभाएं, शहरी निकाय व पंचायतें) मिलकर एक मजबूत लोकतंत्र का निर्माण करें। इसी उद्देश्य को लेकर यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। यह पहल आने वाली पीढिय़ों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने सम्मेलन में पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण व देश भर से आए शहरी निकाय जन प्रतिनिधियों का धन्यवाद व्यक्त किया।