गुडग़ांव, कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाया
गया था, ताकि लोग अपने घरों में रहकर ही कोरोना से बचाव कर सकें। तीसरे
लॉकडाउन की अवधि के दौरान सरकारी कार्यालयों को कोरोना से निपटने के लिए
शर्तों के साथ खोल दिया गया था। अनलॉक वन के बाद से सभी सरकारी
कार्यालयों में लोगों का आना-जाना भी शुरु हो गया था। मिनी सचिवालय में
भी अति आवश्यक कार्यों से लोगों का आना-जाना बना हुआ है। मिनी सचिवालय
परिसर स्थित 6 लिफ्ट लगाई गई हैं, ताकि आवश्यक कार्यों से लोग छठी मंजिल
तक जा सकें, लेकिन लॉकडाउन के बाद जब कार्यालय खुले तो तभी से ये सभी
लिफ्ट बंद की हुई हैं। इससे उम्रदराज लोगों को अपने कार्यों के लिए छठी
मंजिल तक जाने में उनका सांस फूल जाता है और उन्हें हर मंजिल पर
रुकते-रुकते पैदल ही जाना पड़ता है। इन उम्रदराज लोगों ने जिला प्रशासन
से आग्रह भी किया है कि कुछ लिफ्ट को शुरु कर दिया जाए, ताकि वे अपने
कार्य आराम से निपटा सकें। उधर जिला प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि
कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी को लागू किया गया है। सामाजिक दूरी
का पालन करते हुए ही लिफ्ट को न चलाने का फैसला लिया गया है। क्योंकि
लिफ्ट में सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो सकेगा। इसी प्रकार मिनी सचिवालय
के प्रथम तल पर बेरिकेट्स भी लगाए हैं ताकि लोग मिनी सचिवालय में मध्य
मार्ग के द्वार का इस्तेमाल करें। इस द्वार पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए
हुए हैं ताकि ऊपरी तल पर आने-जाने वाले सीसीटीवी में कैद हो सकें और मिनी
सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे। सूत्रों का कहना है कि इन सीसीटीवी
कैमरों की नियमित रुप से मॉनिटरिंग भी की जाती है।
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