गुरुग्राम, वैदिक सनातन राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर
अभियान चला रहे अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति
नरसिंहानंद सरस्वती ने मंगलवार को अपने सहयोगियों व अनुयायियों से बैठक
कर निर्णय लिया है कि उनकी हत्या का षडय़ंत्र रचा जा रहा है, जिसमें
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी की गिरफ्तारी भी हुई है। उनका कहना है कि उनके
बलिदान का समय आ चुका है। उन्होंने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए
सनातन धर्म को विश्व के हर कौने तक पहुंचाने का कार्य किया है। वह हर
परिणाम के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि
शिवशक्ति धाम के अधिकारों व कर्तव्यों में किसी प्रकार का कोई व्यवधान न
पड़े, इसके लिए उन्होंने मां चेतनानंद सरस्वती को शिवशक्ति धाम का मुख्य
महंत घोषित किया है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकारों से भी आग्रह किया
है कि सरकार का कर्तव्य है कि हर विपत्ति के समय सरकार अपने नागरिकों का
ध्यान रखे। जो इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं, यह समाज व देश के
लिए शुभ संकेत नहीं हैं। सरकार को इन पर नियंत्रण लगाना चाहिए। उन्होंने
सरकार से मांग की है कि उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। असामाजिक तत्वों
के हौंसले इस कदर बुलंद हो जाएंगे, इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती थी। बैठक
में उनके साथ अनिल यादव, बाबा परमिेंद्र आर्य, धीरज फौजी, रविंद्र
त्यागी, मोहित बजरंगी, बृजमोहन सिंह, अक्षय त्यागी, मुकेश त्यागी आदि भी
शामिल रहे।
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