गुडग़ांव, आशा वर्कर्स यूनियन की राज्य कमेटी के आह्वान पर
श्रमिक संगठन सीटू के सहयोग से शुक्रवार को आशा कर्मियों ने जिले की
विभिन्न सीएचसी व पीएचसी पर प्रदर्शन कर उपायुक्त के माध्यम से
मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी दिया। श्रमिक संगठन
सीटू के जिला सह सचिव एसएल प्रजापति व लायर्स यूनियन के जिला सचिव विनोद
भारद्वाज ने बताया कि आशा वर्कर्स के समर्थन में अन्य संगठनों के
कार्यकर्ताओं ने उनके द्वारा किए गए प्रदर्शन में बढ़-चढक़र भाग लिया। आशा
वर्कर्स यूनियन की जिला प्रधान मीरा का कहना है कि प्रदेश की आशा वर्कर्स
कोरोना महामारी से लडऩे में फ्रंट लाइन वर्कर्स के तौर पर जी-जान से
मेहनत कर रही हैं। इस दौरान उन्हें दबंगों एवं असामाजिक तत्वों द्वारा
प्रताडि़त भी किया जा रहा है, जिसकी शिकायत वे जिला प्रशासन से भी कर
चुकी हैं, लेकिन उनकी समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उनका
कहना है कि आशा वर्कर्स लगातार आमजनों के संपर्क में रहती हैं। इसलिए
उनका महीने में एक बार कोरोना का टेस्ट अवश्य कराया जाए। गुडग़ांव की 9
आशा वर्कर्स कोरोना की शिकार हो भी चुकी हैं। उन्हें अच्छी क्वालिटी के
मास्क व सैनिटाइजर आदि भी नहीं मिल रहे हैं। कोरोना का सामना करने वाली
आशा वर्कर्स को पीपीई किट उपलब्ध कराई जाए और उन्हें 4 हजार रुपए
प्रतिमाह का जोखिम भत्ता भी दिया जाए। उनके मानदेय में से किसी प्रकार की
कटौती न की जाए। इस अवसर पर यूनियन की सदस्य पुष्पा, सुदेश, रेखा,
लक्ष्मी, मोनिका सहित बड़ी संख्या में आशा वर्कर्स मौजूद रही।
Comment here