गुडग़ांव, देश को आजाद हुए 73 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी
देश का मजदूर 2 वक्त की रोटी के लिए तरस रहा है। यह कहना है
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर सामाजिक संस्था भगवान श्री परशुराम सेवादल
के अध्यक्ष पंडित अरुण शर्मा एडवोकेट का। उनका कहना है कि आज विश्व ही
नहीं, अपितु पूरा देश लॉकडाउन का पालन घरों में रहकर कर रहा है। देश में
मजदूर भूख के भय से पलायन को मजबूर हैं। हालांकि सरकार व जिला प्रशासन ने
इनकी सहायता के लिए ठोस कदम उठाए हैं, लेकिन वे पर्याप्त नहीं हैं। मजदूर
वर्ग को कोरोना वायरस से इतनी चिंता नहीं, अपितु उन्हें भूख का डर अवश्य
सता रहा है। मजदूर वर्ग सबसे अधिक भयभीत है। इस वर्ग में अफरा-तफरी मची
हुई है। लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी पर जाना बंद हो गया है, जिससे इनकी
आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो गई है। अब उनके पास अपने गृह प्रदेश तक
जाने के भी पैसे नहीं बचे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन
मजदूरों की ओर भी ध्यान दें, ताकि वे अपने घरों तक पहुंच सकें।
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