गुरुग्राम। वर्ष 2001 की 13 दिसम्बर को भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान शहीद हुए थे। हमले की बरसी पर शहीद हुए जवानों को याद करने का सिलसिला शनिवार को साइबर सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में जारी रहा। सामाजिक संस्था डा. राजेंद्र प्रसाद फाउंडेशन द्वारा बाबा प्रकाशपुरी चौक क्षेत्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संस्था से जुड़े सदस्य व क्षेत्रवासी शामिल हुए और 2 मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। संस्था के अध्यक्ष राजेश पटेल ने कहा कि 13 दिसम्बर 2001 को लोकसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा था। एक कार में सवार आतंकी संसद परिसर में घुस आए और आनन-फानन में गोलियां बरसानी शुरू कर दी थी। संसद की सुरक्षा में तैनात जवान इस हमले में शहीद हो गए थे। हमले के साजिशकर्ता के रुप में आतंकी अफजल गुरु की पहचान हुई। जब यह घटना घटित हुई, उस समय तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, अनेक सांसद संसद में थे। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि इन शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जाना चाहिए। इन्हीें की बदौलत ही देश अमन-चैैन की सांस ले रहा है, सभी सुरक्षित हैं। श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में अशोक, आकाश, सुमित, अंकित, रिकू, नरेश, कुन्दन, सुनील, संदीप सिंह आदि शामिल रहे।
भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीए हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि

