गुडग़ांव, अक्षय तृतीया के अवसर पर भगवान विष्णु के छठे
अवतार भगवान श्री परशुराम की जयंती समाज के सभी लोगों ने अपने-अपने
तरीकों से अपने घरों में ही मनाई और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर विश्व
में सुख-शांति तथा वैश्विक कोरोना महामारी से निजात दिलाने की कामना भी
की। कोरोना वायरस से बचाव के प्रयास के लिए लॉकडाउन की घोषणा की हुई है।
अक्षय तृतीया व भगवान श्री परशुराम जयंती भी एक साथ शनिवार को समाज के
लोगों ने अपने घरों में मनाई। भगवान श्री परशुराम सेवादल के अध्यक्ष
पंडित अरुण शर्मा एडवोकेट ने भगवान परशुराम को याद करते हुए कहा कि वह
बड़्रे पराक्रमी थे। उन्होंने पृथ्वी को 21 बार जीता था और अत्याचारी,
दुराचारी राजाओं का संहार भी किया था, लेकिन उन्होंने कभी सिंहासन ग्रहण
नहीं किया। सबकुछ दान में दे दिया था। उनसे बड़ा दानी कोई भी इस धरती पर
नहीं हुआ। ब्राह्मण वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शर्मा का कहना है कि
भगवान परशुराम के दिखाए मार्ग पर चलकर ही देश व समाज का भला हो सकता है।
पटौदी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने भगवान परशुराम के
चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज पूज्यनीय है। इस
समाज ने देश को एक नई दिशा व ताकत दी है। ब्राह्मण अपने ज्ञान व विवेक
लिए पुजता आया है और आगे भी पुजता रहेगा। भगवान परशुराम की तरह परोपकारी
बनना होगा। उनका कहना है कि सभी सामूहिक रुप से प्रयास करें। सरकार
द्वारा घोषित किए गए लॉकडाउन का पालन करें, तभी कोरोना वायरस महामारी से
छुटकारा पाया जा सकता है। समाज जरुरतमंद लोगों को भोजन व सूखा राशन भी
वितरित करा रहा है।
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