गुरुग्राम।धार्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज के बिलासपुर क्षेत्र स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर के दादी प्रकाशमणी सभागार में आध्यात्मिकता से महिला सुरक्षा विषय पर 3 दिवसीय राष्ट्रीय महिला सम्मेलन का आयोजन विधिवत रुप से शुभारंभ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संस्था से जुड़ी सदस्य, गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में इंडियन योगिनी एसोसिएशन की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आरएच लता शामिल हुई। उनका कहना है कि महिला सुरक्षा के लिए आध्यात्मिकता जरूरी है। महिलाओं में आत्म सम्मान का भाव होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि असुरक्षा का प्रमुख कारण अनेक सामाजिक विसंगतियां हैं। परिवारों में संस्कारों का बहुत बड़ा अभाव है। आध्यात्मिकता हमें अन्दर की आवाज सुनने के लिए प्रेरित करती है। संस्थान आध्यात्मिक सशक्तिकरण के माध्यम से महिला सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। केंद्र की निदेशिका राजयोगिनी बीके आशा का कहना है कि शारीरिक सुरक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों के पतन के कारण ही असुरक्षा की भावना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के दूषित विचार और मनोवृत्ति ही घटनाओं को जन्म देती हैं। आध्यात्मिकता हमें स्वयं से जोड़ती है। आत्मिक गुणों को बढ़ाती है।चरित्र निर्माण से ही सर्व समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। बीके चक्रधारी का कहना है कि नारी केवल स्वयं को सुरक्षित नहीं रखती बल्कि पूरे परिवार को सुरक्षित रखती है। अगर नारी के अन्दर शांति और स्थिरता है तो नारी एक दर्पण बन जाती है। आयोजन को पूनम मल्होत्रा, डा. सविता, किरण श्रीवास्तव, गौरी सरीन, डॉ. गीता, दिव्या मिगलानी, बीके पुष्पा व शक्ति ने भी संबोधित किया। आयोजन को सफल बनाने में चांद बजाज, सिमरन, आरोही, आर्या, बीके लता आदि का सहयोग रहा।
ब्रह्माकुमारीज के 3 दिवसीय राष्ट्रीय महिला सम्मेलन का हुआ शुभारम्भ

