गुडग़ांव, नगर निगम प्रशासन ने प्रोपर्टी टैक्स में
ब्याज पूरी तरह से माफ कर और टैक्स में 25 प्रतिशत छूट 31 जुलाई तक देने
की घोषणा की हुई है, लेकिन नगर निगम की छूट वाली यह योजना बड़ी ही धीमी
गति से चल रही है। आवासीय श्रेणी के अधिकांश लोगों ने तो अपना प्रोपर्टी
टैक्स जमा कर दिया है, लेकिन व्यवसायिक श्रेणी के लोगों की संख्या कम ही
रही है, जिन्होंने अपना प्रोपर्टी टैक्स जमा किया है। नगर निगम ने चारों
जोन में प्रोपर्टी टैक्स वसूल करने का जो लक्ष्य रखा था, वह पूरा होता
दिखाई नहीं दे रहा है। एक माह में केवल 26 करोड़ रुपए ही प्रोपर्टी टैक्स
जमा कराया बताया जा रहा है। हालांकि नगर निगम प्रशासन व्यवसायिक
बिल्डिंगों के मालिकों को टैक्स जमा कराने के नोटिस भी भेज रहा है और 2
दर्जन से अधिक बिल्डिंगों को प्रोपर्टी टैक्स न जमा कराने के कारण सील भी
किया गया है। बताया जाता है कि नगर निगम के चारों जोन में करीब 500 करोड़
रुपए प्रोपर्टी टैक्स बकाया है। नगर निगम ने टैक्स पर ब्याज पूरी तरह से
माफ व 25 प्रतिशत की छूट वाली स्कीम चला रखी है, जो 31 जुलाई तक है। नगर
निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस स्कीम के तहत जोन एक में एक करोड़
98 लाख 74 हजार 596 रुपए, जोन 2 में 5 करोड़ 98 लाख 11 हजार 65 रुपए, जोन
3 में 11 करोड़ 26 लाख 77 हजार 529 रुपए व जोन 4 में 7 करोड़ 51 लाख 90
हजार 682 रुपए प्रोपर्टी टैक्स के रुप में जमा हुए हैं। सबसे अधिक
प्रोपर्टी टैक्स व्यवसायिक भवनों का ही बकाया है। कोरोना महामारी के कारण
लगाए गए लॉकडाउन के चलते करीब 3 माह तक व्यवसायिक गतिविधियां बाधित रही
हैं, जिसे कारण व्यवसायी टैक्स जमा नहीं कर पा रहे हैं। नगर निगम ने
व्यवसायिक टैक्स जमा न करने वालों के खिलाफ अभियान शुरु किया हुआ है।
निगमायुक्त का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
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