गुडग़ांव, प्रदेश सरकार ने बिजली व्यवस्था को दुरुस्त
करने के लिए कई कदम उठाए हुए हैं। जहां लाइन लोस कम करने के प्रयास किए
जा रहे हैं, वहीं बिजली चोरी रोकने के लिए भी प्रदेश सरकार कई योजनाओं पर
कार्य भी कर रही है। इसी क्रम में बिजली की चोरी रोकने व बिजली आपूर्ति
बढ़ाने की दिशा में भी सरकार गंभीर है। इस सबको लेकर शहरी व ग्रामीण
क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के यहां बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की योजना
पर कार्य भी शुरु किया जा चुका है। गुडग़ांव के विभिन्न क्षेत्रों में
स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इन मीटरों को लगाने के लिए एक निजी कंपनी
को अधिकृत किया गया है। हालांकि स्मार्ट मीटर लगाने का कुछ लोग विरोध भी
कर रहे हैं, लेकिन सरकार के आदेशों के सामने उनकी नहीं चल रही है। प्रदेश
सरकार ने वर्ष 2024 तक प्रदेश में 30 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने का
लक्ष्य रखा है। बताया जाता है कि पहले चरण में 1600 करोड़ रुपए की लागत
से 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य चालू हो चुका है। प्रथम चरण में
ही अकेले गुडग़ांव में करीब डेढ़ लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसी
प्रकार दूसरे चरण में 20 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य बिजली निगम ने
निर्धारित किया है। बताया जाता है कि 1600 करोड़ रुपए की इस राशि में से
780 करोड़ रुपए केंद्र सरकार और 820 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार खर्च वहन
करेगी। जानकारों का कहना है कि प्रदेश में बिजली का लाइन लोस 31 प्रतिशत
से घटकर 17.4 प्रतिशत पर आ गया है। बिजली उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन के
माध्यम से भी स्मार्ट मीटरों की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। प्रदेश सरकार बिजली
के आधारभूत ढांचे में वृद्धि व सुधार करने के प्रति प्रयासरत है।
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