गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना वायरस से बचने का प्रयास पूरा देश
कर रहा है। प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेशों में भिजवाने की
व्यवस्था भी प्रदेश सरकार जिला प्रशासन के माध्यम से करा रही है। साढ़े 8
हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों को गुडग़ांव प्रशासन उनके गृह प्रदेशों में
गाडिय़ों व बसों द्वारा भिजवा भी चुका है। इन प्रवासी श्रमिकों को उनके
गंतव्य तक भिजवाने के लिए उन्हें ताऊ देवीलाल स्टेडियम में एकत्रित किया
जाता है, ताकि सभी की आवश्यक जानकारी जुटाकर उनके गंतव्य तक भेजा जा सके।
प्रतिदिन हजारों की संख्या में प्रवासी श्रमिक ताऊ देवीलाल स्टेडियम में
अन्य क्षेत्रों से लाए जाते हैं। उनको चाय-नाश्ता व भोजन भी उपलब्ध कराया
जाता है। जिला प्रशासन ने उनकी जिम्मेदारी सामाजिक संस्था हेमकुंट
फाउण्डेशन को सौंपी हुई है। संस्था के अध्यक्ष इरिंदर सिंह अहलूवालिया का
कहना है कि उन्होंने प्रवासी श्रमिकों व उनके बच्चों को भोजन, बिस्किट
आदि उपलब्ध कराए। उनका कहना है कि प्रवासी श्रमिकों का सामूहिक पलायन एक
मानवीय समस्या है। जिला प्रशासन इस समस्या के समाधान के लिए लगा हुआ है।
ऐसे में सभी संस्थाओं की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे प्रशासन को सहयोग
करें। उनका कहना है कि प्रवासी श्रमिक जब तक अपने गृह प्रदेशों के लिए
रवाना नहीं हो जाते, संस्था उनकी पूरी जिम्मेदारी संभालती रहेगी और
उन्हें भोजन आदि उपलब्ध कराती रहेगी। जिला प्रशासन ने उन्हें मानवता की
सेवा करने का जो मौका दिया है, संस्था उसकी सराहना करती है।
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