गुडग़ांव, सामाजिक संस्था भगवान श्री परशुराम सेवादल के
अध्यक्ष पंडित अरुण शर्मा एडवोकेट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह
किया है कि पाकिस्तान को विदेशों से मिलने वाली आर्थिक सहायता तुरंत बंद
कराई जाए। क्योंकि जहां एक ओर पूरा विश्व कोरोना वायरस की संक्रामक
महामारी से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान
खान ने कट्टरपंथियों के दबाव में आकर नमाज अता करने के लिए मस्जिदों के
दरवाजे खोल दिए हैं, यानि कि मस्जिदों में नमाज अता करने पर जो प्रतिबंध
लगा हुआ था वह हटा दिया गया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री इमरान खान
को मौलाना मोहम्मद साद की हरकत से सबक लेना चाहिए, जिसने दिल्ली स्थित
निजामुद्दीन की मस्जिद में तबलीगी जमात के लोगों को एकत्रित करके नमाज
अता कराई थी। जब ये जमात के लोग देश के कौने-कौने में पहुंचे तो कोरोना
का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया था। पाकिस्तान को इस प्रकार की गलती नहीं
करनी चाहिए, अपितु इससे सबक लेना चाहिए। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू,
सिख, ईसाई आदि सुरक्षित नहीं हैं। उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या भी
पैदा हो गई है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए।
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