गुडगांव, : पारिवारिक सम्बन्धों का जो दृश्य भारत में देखने को मिलता है, वो अन्य किसी भी देश में नहीं है। उक्त विचार केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह ने रविवार को धार्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर (ओआरसी) में आयोजित संगम-गौरवपूर्ण वृद्धावस्था एवं सामाजिक जीवन अभियान कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बुजुर्गों को सम्मान सहित गौरवपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा दे रहा है। दादा-दादी, नाना-नानी ही अपने पोते-पोतियों को पुरातन कहानियों के माध्यम से संस्कार प्रदान करते हैं। ओआरसी की निदेशिका राजयोगिनी बीके आशा ने कहा कि आज ग्रैंड पेरेंट्स दिवस मनाने की आवश्यकता है। बुजुर्गों की भावनाओं का सम्मान करना जरूरी है। दुनिया में केवल मात पिता ही ऐसे हैं जो बच्चों की खुशी में खुश होते हैं। इस अवसर पर बीके चांद के एक गीत की लॉन्चिंग की गई। कार्यक्रम में संस्थान के बीके प्रेम सिंह, डॉ. रश्मिकांत आचार्य, अमित यादव, बीके उर्मिल, सुनैना ने भी अपने विचार रखे।