गुडग़ांव, सैक्टर 35 स्थित बेलस्पुन बटन प्रबंधन व नौकरी
से निकाले गए श्रमिकों की समझौता वार्ता का आयोजन उप श्रमायुक्त रमेश
आहूजा के कार्यालय में मंगलवार को किया गया। श्रमिकों की ओर से श्रमिक
संगठन एटक के जिला महासचिव कामरेड अनिल पंवार भी शामिल हुए। उन्होंने उप
श्रमायुक्त को बताया कि 25-30 सालों से कार्य कर रहे श्रमिकों को प्रबंधन
ने गैर कानूनी ढंग से कोरोना महामारी के दौरान नौकरी से निकालकर बेरोजगार
कर दिया है। कंपनी में इतने वर्षों की सेवा देने के बाद अब वे कहां काम
करें। श्रमिक मानसिक रुप से परेशान हैं और प्रबंधन नए श्रमिकों की भर्ती
भी कर रही है। उप श्रमायुक्त ने प्रबंधन प्रतिनिधियों अरुण टुटेजा व अनिल
से अपना पक्ष रखने को कहा। प्रबंधन ने श्रमिकों को नौकरी पर लेने की बात
तो अवश्य कही, लेकिन कब लेंगे यह नहीं बताया। उनका यह भी कहना था कि जब
काम आएगा तो तब लेंगे। जिस पर श्रमिक राजी नहीं हुए। इस समझौता वार्ता का
कोई परिणाम नहीं निकला। जिस पर उप श्रमायुक्त ने अगली समझौता वार्ता
आगामी 10 अगस्त को उनके ही कार्यालय में आयोजित करने के आदेश दिए। श्रमिक
नेता का कहना है कि इस दिन प्रबंधन श्रमिकों को नौकरी पर लिए जाने पर
अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे। उप श्रमायुक्त कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या
में नौकरी से निकाले गए श्रमिक डेरा डाले पड़े थे, जिनमें महिला श्रमिकों
की संख्या भी अच्छी-खासी थी। श्रमिक नेता ने समझौता वार्ता से सभी
श्रमिकों की बैठक लेकर अवगत करा दिया है और उनसे संगठित रहें और शांति
बनाए रखें ताकि उनको नौकरी पर भिजवाने का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।
समझौता वार्ता में श्रमिक नेता बलवीर कंबोज, रघुवीर सिंह, सुंदर सिंह,
शिवकुमार, दुलीचंद, ओमवती, सुधा, सुमन, रामपत शामिल हुए।
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