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देशव्यापी हड़ताल में बड़ी संख्या में शामिल हुए श्रमिकप्रदर्शन कर की श्रमिक व किसान विरोधी कानूनों को वापिस लेने की मांग

गुरूग्राम, मजदूर व किसान विरोधी कानूनों को निरस्त
कराने को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर वीरवार को देशव्यापी
हड़ताल का आयोजन किया गया। विभिन्न श्रमिक संगठनों ने बड़ी संख्या में
एकत्रित होकर सिविल लाइंस क्षेत्र से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में
प्रदर्शन करते हुए महावीर चौक पर इसका समापन भी किया। श्रमिक संगठन एटक
के जिला महासचिव अनिल पंवार, सीटू के सतबीर सिंह, एचएमएस के जसपाल राणा,
कंवरलाल यादव का कहना है कि केंद्र सरकार ने श्रमिकों व किसानों का शोषण
करने के लिए जो कानून बनाए हैं उनको निरस्त कराने के लिए बड़ी संख्या में
श्रमिक संगठनों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने श्रमिकों को संबोधित करते हुए
कहा कि किसानों व मजदूर विरोधी कानूनों को वापिस लिया जाए, न्यूनतम वेतन
24 हजार किया जाए, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों का निजीकरण बंद
किया जाए, छंटनीग्रस्त श्रमिकों व कर्मचारियों का रोजगार बहाल किया जाए,
श्रमिक कल्याण बोर्ड से लाभ लेने की औपचारिकताओं में ढील दी जाए, केंद्र
व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी कार्यवाही पर रोक लगाई जाए, श्रमिकों का
शोषण कर रहे प्रतिष्ठानों की प्रबंधन पर लगाम लगाई जाए। प्रदर्शन में
शामिल श्रमिक सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने आंदोलन कर रहे
किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को
रिहा करने की मांग भी की। अपने हाथों में मांगों से संबंधित बैनर लिए
श्रमिक प्रदर्शन में शामिल हुए। इस प्रदर्शन में श्रमिक नेता कामरेड
बलवान सिंह, एसएन दहिया, बजीर सिंह, वीएस यादव, सतपाल नैन, खुशीराम भी
श्रमिकों के साथ शामिल हुए। प्रदर्शन में नपीनो ऑटो, मुंजाल शोवा, परपटी,
पीएन राइटर, लूमेक्स, हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजूकी, सुजूकी पॉवरट्रेन,
एमके ऑटो, सुब्रोस, सत्यम ऑटो, टालब्रोस, बेलसोनिका आदि प्रतिष्ठानों की
श्रमिक यूनियनों ने भी बढ़-चढक़र भाग लिया। जिला प्रशासन ने भी शांति
व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए हुए थे,
ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।

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