गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना वायरस के प्रकोप से लोगों को
बचाने के लिए लॉकडाउन चल रहा है। दूसरे चरण के लॉकडाउन के 9वें दिन भी
हालात पूर्व की भांति दिखाई दिए। यानि कि राष्ट्रीय राजमार्ग सहित शहर की
अन्य सडक़ें भी सुनसान पड़ी हैं। इक्का-दुक्का वाहन ही चलते नजर आ रहे
हैं। जिला प्रशासन शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लॉकडाउन का पूरा पालन
कराने के प्रति गंभीर है। हालांकि लंबे लॉकडाउन से लोग अब ऊबने भी शुरु
हो गए हैं, लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लॉकडाउन ही एक
ऐसा माध्यम है, जिससे लोगों को बचाया जा सकता है। गुडग़ांव में कोरोना
वायरस के पीडि़तों के बढ़ते मामले भी लोगों की परेशानी का कारण बनते जा
रहे हैं। आम लोगों का मानना है कि यदि इसी प्रकार से कोरोना पॉजिटिव
मिलते रहे तो आगामी 3 मई को भी शायद ही लॉकडाउन समाप्ति की घोषणा हो सके।
प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य को गंभीरता से ले रहा है
और वह स्वास्थ्य के प्रति ऐसा कोई निर्णय नहीं लेना चाहता, जिससे
जिलेवासियों का स्वास्थ्य प्रभावित होता हो। कोरोना पीडि़तों की सेवा में
स्वास्थ्यकर्मी व पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी जान की परवाह न करते हुए
दिन-रात लगा हुआ है। हालांकि संक्रमित पीडि़तों के ठीक होने का प्रतिशत
भी बेहतर है, लेकिन बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। जिला प्रशासन ने जहां
जरुरतमंदों को भोजन आदि उपलब्ध कराने की कार्यवाही की हुई है, वहीं
सरकारी कार्यालय आदि भी खोले हुए हैं, जिनमें सामाजिक दूरी का पालन
विभागों में कार्यरत कर्मचारी करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इन
कार्यालयों में आम आदमी दिखाई नहीं दे रहे हैं। क्योंकि जिला प्रशासन ने
आदेश जारी किए हुए हैं कि किसी अति आवश्यक कार्य से ही मिनी सचिवालय
स्थित सरकारी कार्यालयों में आया जाए। अन्यथा कार्यालयों में पहुंचने के
इरादों को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए तो अभी बेहतर है।
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