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दूसरे चरण के लॉकडाउन का 11वां दिन केंद्र सरकार के आदेश से दिन भर मची रही अफरा-तफरी जिले में करीब 8 लाख कर्मी बैठे घरों में 2 लाख कर्मी कर रहे हैं घरों से ही काम उद्योगों को पटरी पर लाने में लॉकडाउन खुलने पर लगेगा काफी समय

गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से देशवासियों को
बचाने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की हुई है। दूसरे चरण के लॉकडाउन के 11वें
दिन भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की सडक़ें सुनसान ही दिखाई दी। जिला
प्रशासन लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने में जुटा है। जहां जरुरतमंदों को
भोजन व खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है, वहीं आवश्यक वस्तुओं की
उपलब्धता भी प्रशासन ने सुनिश्चित की हुई है। खाद्य सामग्री व दैनिक जीवन
में इस्तेमाल होने वाली आवश्यक वस्तुओं सब्जी, दूध की कोई कमी शहरी व
ग्रामीण क्षेत्र में नहीं है। शहर की विभिन्न कालोनियों में सामाजिक दूरी
का पालन कराते हुए सब्जियां व अन्य जरुरी वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही
हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि लोग ईमानदारी से लॉकडाउन का पालन करें।
यदि इसमें कोताही बरती जाती है तो ऐसे लापरवाह लोगों के साथ सख्ती से
निपटा जाएगा और प्रशासन ने सख्ती भी शुरु की हुई है। कुछ लापरवाह लोग
बिना काम के ही घरों से निकल पड़ते हैं। उधर कुछ उद्योगों को जिला
प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन की अवधि में अपना कार्य शुरु करने
की अनुमति भी दे दी है। पिछले 24 घंटों में जिले में कोई भी कोरोना
पॉजिटिव नहीं मिला। जो प्रशासन के लिए भी एक बड़ी राहत है। हालांकि
स्वास्थ्यकर्मी व पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से निपटने में पूरा योगदान दे
रहे हैं। लॉकडाउन क अवधि में जिले में करीब जहां 4 लाख कर्मी घरों में
बैठे हैं, वहीं डेढ़ से 2 लाख लोग घरों से ही अपने प्रतिष्ठानों के लिए
काम कर रहे हैं। जानकारों का मानना है कि लॉकडाउन के खुलने के बाद भी
उद्योगों को पटरी पर लाने के लिए काफी समय लग जाएगा। इस वैश्विक बीमारी
का हर क्षेत्र में प्रभाव पड़ा है। लॉकडाउन के चलते हालांकि पर्यावरण में
सुधार आया है। प्रदूषण काफी घट गया है। लॉकडाउन अवधि में गत 20 अप्रैल से
खैडक़ीदौला टोल प्लाजा को खोल दिया गया है। लेकिन वाहन चालकों को नई दरों
से टोल का भुगतान करना पड़ रहा है, जिससे उनमें भी रोष है। हालांकि कार
का टोल शुल्क नहीं बढ़ाया गया है। वह पहले की तरह से ही 65 रुपए है। ट्रक
व भारी वाहनों पर ही शुल्क बढ़ाया गया है। शनिवार को पूरे दिन केंद्र
सरकार के गृह विभाग द्वारा दुकानें खुलने की सूचना से शहरवासियों में
अफरा-तफरी बनी रही। हर कोई यह जानने के लिए उत्सुक दिखाई दिया कि कौन-कौन
सी दुकानें या मार्किट खोले जा रहे हैं। जबकि जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर
दिया है कि अभी किसी प्रकार की दुकानों को खुलने के आदेश नहीं दिए गए
हैं। आवश्यक वस्तुएं, मेडिकल स्टोर आदि पहले से ही खुले हुए हैं। प्रशासन
का मानना है कि यदि किसी प्रकार की छूट दी जाती है तो उसके बारे में
अधिकृत जानकारी दे दी जाएगी। हालांकि गुडग़ांव जिला पहले से ही कोरोना को
लेकर रेड जोन में है और कोरोना को लेकर 24 स्थानों पर कंटेमेंट जोन बनाए
हुए हैं। इन क्षेत्रों को पूरी तरह से सील किया हुआ है। ऐसे में प्रशासन
राहत देते हुए 10 बार सोचेगा।

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