गुरुग्राम।देश को स्वतंत्र कराने में असंख्य सैनिकों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। देशवासी कभी भी उनके कर्ज को उतार नहीं सकते। सामाजिक संस्था कंबोज युवा वेलफेयर एसोसिएशन ने शहीद उधम सिंह के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में संस्था से जुड़े सदस्य व शहर के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। संस्था के संरक्षक एसबी कंबोज व अध्यक्ष रवि कंबोज ने शहीद उधम सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 1919 के जलियावाला बाग हत्याकांड के निर्दोषों को न्याय दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। उन्होंने यह हत्याकांड अपनी आंखों से देखा था। उसी दिन उनके भीतर नरसंहार का बदला लेने और भारत को आजाद कराने की ठान ली थी। वक्ताओं ने कहा कि 13 मार्च 1940 को लंदन में उन्होंने माइकल ओ डायर की हत्या कर दी थी। डायर ने ही यह हत्याकांड कराया था। उनके निडर कार्य ने ब्रिटिश साम्राज्य को हिलाकर रख दिया था। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया है कि शहीदों व उनके परिवारों को पर्याप्त मान-सम्मान दें और उनके दिखाए रास्ते पर चलें। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के प्रवेश कंबोज, मोहित, जयकुमार, अश्विनी कंबोज, सन्नी, उधम, संजीव, पंकज, रणधीर, प्रवीण, भूपेंद्र, पिंटू कंबोज, चंद्रभान आर्य व जसविंदर सिंह कंबोज का बड़ा सहयोग रहा।