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चौथे चरण के लॉकडाउन का 10वां दिन अति आवश्यक कार्यों से ही लोग निकल रहे हैं घरों से बाहर प्रचंड गर्मी में भी लोगों की बढक़र रख दी हैं परेशानियां दिल्ली सीमाएं अभी भी हैं सील, चौथे चरण के बाद सरकार क्या लेगी फैसला सरकारी भवनों व आवासीय क्षेत्रों को सैनिटाइज कराने का सिलसिला है जारी

गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोाप से जिलेवासियों को
सुरक्षित रखने के लिए चौथे चरण का लॉकडाउन चल रहा है। जिला प्रशासन ने
लॉकडाउन में जिलेवासियों को कुछ सहूलियतें भी दी हैं, ताकि वे अपनी
आवश्यकतानुसार उन सहूलियतों का उपभोग कर सकें। चौथे चरण के लॉकडाउन के
10वें दिन शहरी क्षेत्रों में आवागमन कुछ अधिक दिखाई नहीं दे रहा है। लोग
अति आवश्यक कार्य से ही अपने घरों से निकल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर साईबर
सिटी प्रचंड गर्मी की चपेट में है। हर कोई बढ़ती गर्मी से परेशान है।
जिले का तापमान गत वर्षों के मई माह की अपेक्षा इस माह में तापमान में
अधिक वृद्धि देखी जा रही है। बुधवार को शहर का तापमान गत दिनों के अनुसार
अधिकतम 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान रहा। लू के थपेड़ों का सामना
साईबर सिटीवासियों को करना पड़ रहा है। जिला अदालत क्षेत्र में बुधवार को
दोपहर में सडक़ें सुनसान दिखाई दी। उधर गत दिवस एक ही दिन में 33 कोरोना
पॉजिटिव मिलने से जहां जिला प्रशासन में हडक़ंप मच गया, वहीं शहरवासी भी
चिंतित दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो
चौथे चरण के लॉकडाउन के बाद सरकार क्या निर्णय लेती है। कही सरकार को
5वें चरण का लॉकडाउन घोषित न करना पड़ जाए। इस सबको लेकर लोगों ने चर्चा
करनी शुरु कर दी है। इन कोरोना पॉजिटिव में 12 पुलिसकर्मी भी मिले हैं,
जो दिल्ली-गुडग़ांव सीमाओं पर तैनात थे। वाहनों व लोगों की जांच करते हुए
ही वे कोरोना की चपेट में आ गए। इसी प्रकार अन्य विभागों में कार्यरत
कर्मी जो कोरोना वारियर्स के रुप में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं, उन्हें भी
कोरोना पॉजिटिव होने का भय सताने लगा है। हालांकि जिला प्रशासन ने ऐसे
कोरोना वारियर्स की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं, ताकि
उन्हें कोरोना के प्रकोप से बचाया जा सके। बुधवार को दिल्ली-गुडग़ांव
सीमाएं पूर्व की भांति सील दिखाई दी। दिल्ली से आने वाले श्रमिकों को
गुडग़ांव में बिना वैध पास के प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। जिससे
उद्योग विहार स्थित प्रतिष्ठानों में उत्पादन गति नहीं पकड़ सका।
श्रमिकों व कर्मियों की कमी के कारण ये उद्यमी बड़े परेशान नजर आ रहे
हैं। भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि चौथे चरण के लॉकडाउन की समाप्ति पर
दिल्ली-गुडग़ांव सीमाओं को खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसा संभव होता दिखाई नही
दे रहा है। क्योंकि गुडग़ांव में कोरोना पॉजिटिव की संख्या दिन-प्रतिदिन
बढ़ती ही जा रही है। प्रशासन को सोच-समझकर ही दिल्ली सीमाएं खोलने का
निर्णय लेना पड़ेगा। क्सोंकि आम जनों का जीवन बड़ा बहुमूल्य है। उधर
प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश भेजे जाने का सिलसिला जारी है।
प्रदेश सरकार हजारों श्रमिकों को ट्रेनों व रोडवेज की बसों से उनके गृह
प्रदेश भेज चुकी है। आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार पश्चिम बंगाल के
प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में भेजने की तैयारियों में जुटी है।
उन्हें ट्रेनों द्वारा भेजे जाने की व्यवस्था सरकार ने कर ली है। जिला
प्रशासन व्यवस्था बनाने में जुटा है। जिला प्रशासन ने कोरोना वाायरस के
प्रकोप से बचाने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों को सैनेटाइज भी कराया
जा रहा है। बुधवार को प्रदेश सरकार के स्वर्ण जयंती विश्राम गृह को भी
सैनेटाइज कराया गया।

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