गुरूग्राम :- गंगा दशहरा का पर्व मां गंगा के अवतरित होने के
उपलक्ष्य में आदि काल से ही मनाया जाता आ रहा है। पवित्र गंगा में स्नान
करने का बड़ा ही महत्व शास्त्रों में बताया गया है, लेकिन कोरोना महामारी
के चलते श्रद्धालु गुडग़ांव व अन्य क्षेत्रों से गंगा में स्नान करने के
लिए हरिद्वार व अन्य धार्मिक स्थलों पर नहीं जा सके। श्रद्धालुओं ने अपनी
सामथ्र्यनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में मीठे जल की छबीलें लगाकर
आते-जाते राहगीरों को मीठे शीतल जल का सेवन भी कराया और अपनी
सामथ्र्यनुसार जरुरतमंदों को खाद्य सामग्री आदि भी उपलब्ध कराई गई। ऐसा
नजारा विभिन्न शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला। युवा वर्ग
गंगा दशहरा पर शीतल जल उपलब्ध कराने में सबसे आगे दिखाई दिया। शहर के
विभिन्न क्षेत्रों यहां तक कि राष्ट्रीय राजमार्ग के लिंक रास्तों पर भी
युवाओं ने मीठे शीतल जल की छबीलें लगाई हुई थी और राहगीर तपती गर्मी से
बचने के लिए शीतल जल से गला तर करते दिखाई दिए।
Comment here