गुडग़ांव, कोरोना वायरस
के प्रकोप से लोगों को बचाने के
लिए केंद्र व प्रदेश सरकार सतत प्रयासरत है। जिला प्रशासन से लेकर सभी
स्वयंसेवी व धार्मिक संस्थाएं भी लोगों को कोरोना से बचाव व उनको सहायता
देने में पीछे नहीं हैं। इसी क्रम में साधु-संत समाज ने भी कोरोना वायरस
के प्रकोप से देशवासियों को बचाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान भी करने शुरु
किए हुए हैं। बालयोगी अलखनाथ ओघड़ पीठाधीश्वर का कहना है कि जिले के गांव
माकडौला स्थित बाबा बीसा भगत पूरणमल चौरंगी नाथ परिसर में आगामी 3 मई से
15 जून तक साधु हरि गिरि व मौनीनाथ, माकडौला के वनखंडी वनी में चौरासी
धूनी तपकर ईश्वर से कोरोना महामारी को विश्व पटल से समाप्त करने की
प्रार्थना करेंगे। उनका कहना है कि ये संत अपनी जान की परवाह न करते हुए
भी राष्ट्र के महानायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वास्थ्य व
दीर्घायु की कामना भी करेंगे। उनका कहना है कि इस अनुष्ठान को सरकारी
आदेशों व नियमों का विधिवत् रुप से पालन करते हुए किया जाएगा।
पालघर घटना की हो निष्पक्ष जांच
बालयोगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ये आग्रह भी किया हे कि
महाराष्ट्र के पालघर जिले में गत सप्ताह 2 संतों व उनके वाहन चालक की
पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। यह घटना समाज के ऊपर एक बड़ा कलंक है। संत
समाज इस घटना से बहुत चिंतित है। इस पूरे घटनाक्रम की बड़े स्तर पर
निष्पक्ष जांच एजेंसी से जांच की जानी चाहिए और दोषियों को सजा भी दी
जानी चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके।
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