गुडग़ांव, एनसीआर मीडिया क्लब ने केंद्र व प्रदेश सरकार
से मांग की है कि वैश्विक महामारी कोविड 19 के प्रकोप के चलते स्थिति
नाजुक बनी हुई है। इस महामारी की कवरेज में जुटे पत्रकारों का भी
स्वास्थ्यकर्मियों की तरह 50 लाख रुपए का बीमा किया जाना चाहिए। यदि कोई
पत्रकार कोरोना वायरस की चपेट में आकर बीमार हो जाता है तो उसे उपचार के
लिए तुरंत 5 लाख रुपए दिए जाने चाहिए। संस्था के अध्यक्ष अमित नेहरा,
उपाध्यक्ष सरोज अग्रवाल का कहना है कि कोरोना वायरस की कवरेज में
मीडियाकर्मियों की अहम भूमिका रही है। ये लोग प्रभावित क्षेत्रों या
हॉस्पीटलों में जाकर पल-पल की जानकारी व सूचनाएं समाचार पत्रों के माध्यम
से जनता तक पहुंचा रहे हैं। एनसीआर इस मामले में सबसे संवेदनशील क्षेत्र
है। इस क्षेत्र में कार्यरत पत्रकारों को इस खतरे का ज्यादा सामना करना
पड़ रहा है। उनका कहना है कि जिस प्रकार केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला
सीतारमण ने चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों आदि के लिए 50 लाख रुपए बीमा
की घोषणा की है, उसी प्रकार इस प्रकार की सुविधा पत्रकारों को भी मिलनी
चाहिए। पत्रकारों की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं होती और इस वैश्विक
बीमारी का आर्थिक बोझ भी नहीं उठा सकते। उनका कहना है कि सामाजिक व
स्वयंसेवी संस्थाएं भी इस प्रकार की मांग केंद्र व प्रदेश सरकार से पहले
से ही कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।
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