NCRअध्यात्मअर्थव्यवस्थादेशराज्यस्वास्थ्य

कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों से शहरवासी हैं चिंतित कब तक रहेंगे ऐसे हालात, लोग कर रहे हैं चर्चा दिल्ली-गुडग़ांव सीमाएं फिर से सील होने की संभावनाओं से उद्यमी परेशान बड़ी मुश्किल से उत्पादन आया पटरी पर प्रशासन के दिशा-निर्देशों का लापरवाह लोग नहीं कर रहे हैं पालन

गुडग़ांव, गुडग़ांव जिले में प्रतिदिन कोरोना पीडि़तों की
संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे मरीजों की संख्या बढऩे से शहरवासी भी चिंतित
होने शुरु हो गए हैं। हालांकि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कोरोना
संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं। कोरोना के
कारण मृत्यु के मामलों में भी वृद्धि हुई है, जो शुभ संकेत नहीं है।
प्रदेश सरकार ने कोरोना पीडि़तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए
उच्चाधिकारियों को गुडग़ांव का दौरा करने के आदेश भी दिए हैं, ताकि जिला
प्रशासन से कोरोना के रोकथाम व बचाव पर चर्चा की जा सके। बताया जाता है
कि इस महामारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन को प्रदेश सरकार द्वारा 20
करोड़ रुपए का बजट भी दिया गया है। प्रदेश में जितने मामले अभी तक कोरोना
पॉजिटिव के आए हैं, उसके आधे से मामले अकेले गुडग़ांव से ही हैं। जिला
प्रशासन ने निजी अस्पतालों को भी सख्त आदेश दिए हैं कि वे किसी भी कोरोना
पॉजिटिव को भर्ती करने से मना नहीं करें। यदि वे ऐसा करते हैं तो उनके
खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिस प्रकार से गुडग़ांव में कोरोना के
मामले बढ़ रहे हैं उसी प्रकार फरीदाबाद में भी इन मामलों में वृद्धि हुई
है। इसके साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना पॉजिटिव की संख्या
में वृद्धि होती जा रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए
उद्यमियों में भी चिंता व्याप्त होनी शुरु हो गई है कि कहीं फिर से
गुडग़ांव व दिल्ली सीमाएं सील न कर दी जाएं। किसी तरह से तो औद्योगिक
क्षेत्रों में उत्पादन शुरु हो पाया है। यदि फिर से सीमाएं सील हो गई तो
बड़ी परेशानियों का सामना उद्यमियों को करना पड़ेगा। उद्योग विहार
औद्योगिक क्षेत्र स्थित प्रतिष्ठानों में बड़ी संख्या में दिल्ली से ही
श्रमिक आते हैं और इस क्षेत्र में निर्यात का काम बड़े स्तर पर किया जाता
है। कई उद्योग निर्यात के काम में जुटे हैं। इन उद्यमियों का कहना है कि
अभी काम ने कुछ रफ्तार पकड़ी है। यदि फिर से श्रमिक समस्या पैदा हो गई तो
जो काम हाथ में है वह भी चला जाएगा और उन्हें परेशानियों का सामना करना
पड़ सकता है। इसी प्रकार शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अनलॉक वन के 12वें
दिन आवागमन सामान्य दिखाई दिया। वे लोग ही वाहनों में दिखाई दिए, जो किसी
आवश्यक कार्य से घरों से निकले थे। कोरोना के बढ़ते मामलों पर लोगों ने
चर्चा करनी शुरु कर दी है कि ये हालात कब तक रहेंगे। उधर जिला प्रशासन ने
शहरवासियों व ग्रामीणों से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से
बचने के लिए वे सामाजिक दूरी व फेस मास्क का इस्तेमाल कर प्रशासन के
आदेशों का पालन करें। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की
जाएगी। शहर के अति व्यस्त रहने वाले सदर बाजार की रौनक भी इस दौरान गायब
सी हो गई है, लेकिन लापरवाह लोग अभी भी प्रशासन के आदेशों का पालन नहीं
कर रहे हैं। चाहे किरयाना की दुकान हो या फिर शराब के ठेके हों, उन पर
सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ती देखी जा सकती हैं। इस सबको लेकर शहरवासी
चिंतित नजर आ रहे हैं।

Comment here