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कोरोना को मात दे चुके बच्चों में मिल रही है एमआईएस-सी की बीमारीबच्चों के दिल पर सबसे अधिक हो रहा है असर

गुडग़ांव, पिछले करीब डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व कोरोना
महामारी का सामना करता आ रहा है। भारत देश भी इससे अछूता नहीं रहा है।
कोरोना के कारण जन-धन की भी काफी हानि देशवासियों को हुई है। हालांकि देश
की केंद्र व राज्य सरकारें कोरोना को नियंत्रित करने में जुटी भी हैं।
कोरोना टीका की व्यवस्था कर देशवासियों को लगाई जा रही हैं, ताकि कोरोना
से मुक्ति दिलाई जा सके। कोरोना की 2 लहरें अभी तक आ चुकी हैं और तीसरी
संभावित कोरोना लहर के बारे में भी बताया जा रहा है। यह लहर इन दोनों
लहरों से जबरदस्त बताई जा रही है। यानि कि कोरोना की इस तीसरी लहर में
सभी आयु वर्ग के लोग प्रभावित होंगे। यहां तक कि इस लहर का प्रभाव बच्चों
पर भी अधिक पड़ेगा। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर ने बच्चों को भी
प्रभावित किया है। कोरोना का उपचार करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों का
कहना है कि बच्चों में मल्टी सिस्टम इंफ्लामेंटली सिड्रोम (एमआईएस-सी) की
बीमारी भी हो रही है। यह बीमारी उन बच्चों को देखने को मिल रही है, जो
कोरोना को हरा चुके हैं। चिकित्सा विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि तीसरी लहर
बच्चों के लिए बड़ी गंभीर होगी। दूसरी लहर के दौरान कोरोना से संक्रमित
हुए बच्चों में पोस्ट कोविड के गंभीर लक्षण सामने आ रहे हैं। बच्चों में
अभी एमआईएस-सी की समस्या अभी कम है। पोस्ट कोविड में बच्चों के दिल पर
सबसे अधिक असर हो रहा है। चिकित्सक भी मानते हैं कि यदि समय पर एमआईएस-सी
का उपचार करा लिया जाए तो बच्चे इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
चिकित्सकों का यह भी मानना है कि बच्चों में पोस्ट कोविड लक्षणों के आने
के बाद उपचार में किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जानी चाहिए। बच्चों का
इम्यून सिस्टम तुरंत रिस्पॉन्ड करता है और कई बार यह ज्यादा रिएक्ट भी कर
जाता है, जिससे साईकोटाईनस्ट्राम की स्थिति बन जाती है।

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