गुडग़ांव, कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की घोषणा की गई
थी। इस दौरान सभी सार्वजनिक सेवाएं ठप्प भी रही। सरकार ने अनलॉक वन में
सभी आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं को कुछ शर्तों के साथ खोलने की अनुमति भी दे
दी थी। आधुनिक काल में कोरियर सेवाओं का बड़ा ही महत्व है। उपभोक्ताओं को
कोरियर सेवाओं पर भी पूरा भरोसा है। लोगों ने डाक विभाग की सेवाओं के
स्थान पर कोरियर सेवाओं पर ज्यादा विश्वास जताया, लेकिन ये अधिकांश
कोरियर सेवाएं उपभोक्ताओं के विश्वास को ही ठेस पहुंचाने में जुटी हैं।
उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना से पूर्व जो कोरियर 90-100 रुपए में
अमुक स्थान के लिए लिया जाता था, अब वही कोरियर अमुक स्थान के लिए 300 से
350 रुपए में लिया जा रहा है। कोरियर सेवाओं के प्रतिनिधियों का कहना है
कि यह कोरोना से उत्पन्न हुई स्थिति का ही परिणाम है कि उन्हें कोरियर की
दरें बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ा है। क्योंकि अभी तक कोरियर पहुंचाने के
लिए सार्वजनिक रुप से व्यवस्था नहीं हो सकी है। उपभोक्ताओं का कहना है कि
उन पर दोहरी मार पड़ रही है। उधर डाक विभाग में स्पीड पोस्ट से पत्र आदि
दिए जा रहे हैं। लोगों का रुझान अब स्पीड पोस्ट की ओर अधिक हो गया है।
लेकिन कुछ क्षेत्रों में स्पीड पोस्ट को पहुंचने में 2-2 सप्ताह का समय
भी लग रहा है, जिससे उपभोक्ता परेशान दिखाई दे रहे हैं कि वे क्या करें।
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