सार्थकता दिखाई देने लगी है। इन्हीं प्रयासों के कारण जिले में कोरोना
संक्रमितों की संख्या में जहां कमी आनी शुरु हो गई है, वहीं कोरोना से
स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन वृद्धि होती दिखाई दे रही
है। कोरोना के प्रकोप से बचाव के लिए प्रदेश सरकार ने दूसरे चरण का
लॉकडाउन घोषित किया हुआ है। दूसरे चरण के लॉकडाउन के 5वें दिन शहर के
विभिन्न क्षेत्रों में जहां यातायात सामान्य रहा, वहीं ईद के पर्व पर सदर
बाजार क्षेत्र में समुदाय के लोग बड़ी संख्या में दिखाई दिए। हालांकि ईद
का पर्व सार्वजनिक रुप से नहीं मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में ही ईद
का पर्व मनाकर ईद की नमाज भी अता की। गुडग़ांव पुलिस भी कोरोना संक्रमितों
को सहायता पहुंचाने के लिए जुटी हुई है। पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा
नगर निगम के सहयोग से कोरोना पीडि़तों को उनके घरों में ही ऑक्सीजन गैस
उपलब्ध कराई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि जिनके पास
ऑक्सीजन गैस प्राप्त करने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं और उन्हें ऑक्सीजन
न मिलने के कारण बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस की यह
पहल उनके लिए काफी लाभदायक होगी। पुलिस अपने वाहनों में गैस सिलेंडर
पीडि़तों के घर तक पहुंचा रही है। उधर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने
के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की जांच भी बढ़ा दी है, ताकि कोरोना का
मुकाबला किया जा सके। अधिकांश कोरोना पीडि़त अपने घरों में ही कोरोना का
उपचार ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना से स्वस्थ होने
की दर में भी वृद्धि हुई है। अब यह बढक़र करीब 80 प्रतिशत हो गई है। जो गत
सप्ताह की तुलना में करीब 5 प्रतिशत अधिक है। जिला प्रशासन का भी मानना
है कि इस बढ़ती हुई वृद्धि को कायम रखना होगा और इसके लिए सभी को कोरोना
से बचाव के लिए जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। कोरोना
संक्रमण की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने निजी लैबोरेट्री की दरें भी
निर्धारित कर दी हैं, ताकि जांच कराने वाले लोगों को परेशानियों का सामना
न करना पड़े। कुछ पीडि़तों के तीमारदारों का कहना है कि कुछ निजी
लेबोरेट्री व अस्पताल अभी भी सरकारी दरों से अधिक वसूल कर रहे हैं। वे
सरकार के आदेश मानने को तैयार होते दिखाई नहीं दे रहे हैं। जिससे इन
तीमारदारों व लैब संचालकों में तू-तू-मैं-मैं होती दिखाई भी दे रही है।
उनका कहना है कि जिला प्रशासन को ऐसे लैब संचालकों के खिलाफ कार्यवाही
करनी चाहिए। प्रशासन का भी कहना है कि जो लैब व अस्पताल संचालक सरकारी
आदेशों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिला
प्रशासन ने कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में 165 कंटेनमेंट जोन बनाए हुए
हैं, लेकिन इन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पूरी तरह से जारी है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए,
तभी कंटेनमेंट जोन का लाभ मिल सकेगा। उधर ईद के पर्व पर सदर बाजार में भी
प्रात: के समय समुदाय के लोगों का बड़ी संख्या में आना-जाना रहा और वे
अपनी जरुरत की खाद्य सामग्री आदि खरीदते भी दिखाई दिए।
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