गुरुग्राम, कोरेाना संक्रमितों की जिले में बढ़ रही संख्या से जिला प्रशासन से लेकर जिले का हर आदमी परेशान नजर आ रहा है।
हालांकि जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में पूरी तरह से
जुटा हुआ है। प्रदेश सरकार ने कोरोना पीडि़तों की बढ़ती संख्या को देखते
हुए प्रदेश में 2 दिवसीय लॉकडाउन की घोषणा की थी, लेकिन केंद्र सरकार के
आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन को वापिस ले लिया। यानि कि अब पूरे
7 दिन व्यापारिक गतिविधियां नियमित रुप से जारी रहेंगी। बढ़ते कोरोना के
मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि लोगों ने सावधानी बरतनी
कर दी। इसीलिए कोरोना का फिर से प्रकोप होना शुरु हो गया है। स्वास्थ्य
विभाग ने कोरोना जांच के लिए शिविरों की संख्या भी बढ़ा दी है और जांच
कार्यक्रम की घोषणा भी कर दी है कि किन-किन क्षेत्रों में किस तारीख को
कोरोना जांच शिविर लगेंगे। पिछले 10 दिनों से ही कोरोना संक्रमितों की
संख्या में वृद्धि होना शुरु हुई है। गत 20 अगस्त तक कोरोना संक्रमितों
की संख्या 80 व 90 के आस-पास ही रहती थी, लेकिन अब 120-130 तक पहुंच गई
है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि जो कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। वे
सावधानी नहीं बरत रहे हैं। इसलिए अन्य लोग भी कोरोना की चपेट में आ रहे
हैं। एक परिवार में से कई-कई सदस्य कोरोना पीडि़त मिल रहे हैं। विभाग का
कहना है कि जब तक कोरोना पीडि़त सावधानी नहीं बरतेंगे तब तक कोरोना को
नियंत्रित करने में समस्या बनी ही रहेगी। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि
लोगों को अपनी जांच बड़े स्तर पर करानी चाहिए, लेकिन लोग कोरोना जांच से
दूर भाग रहे हैं, जोकि गलत है। जबकि विभाग ने घर-घर जाकर कोरोना जांच
शुरु करने का अभियान भी चलाया हुआ है, लेकिन वे फिर भी इसको महत्व नहीं
दे रहे हैं। विभाग का यह भी मानना है कि यदि सभी प्रतिष्ठान खुल भी जाएं
तो भी कोई परेशानी नहीं है। लोगों को केवल कोरोना बचाव के नियमों का पालन
करना होगा, फेस मास्क लगाना होगा, जोकि स्वयं व दूसरों के लिए भी एक
सुरक्षा कवच के समान है। जिला प्रशासन ने फेस मास्क न लगाने वालों के
खिलाफ कार्यवाही शुरु की हुई है। आज मंगलवार से अनलॉक-4 भी केंद्र सरकार
ने घोषित कर दिया है, जोकि 30 सितम्बर तक चलेगा। अनलॉक-4 के दौरान मेट्रो
को भी आगामी 7 सितम्बर से खोलने की तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। गुडग़ांव
स्थित रैपिड मेट्रो के चलने की संभावनाएं भी व्यक्त की जा रही हैं।
मेट्रो के संचालन से दिल्ली एनसीआर में लोगों का आना-जाना आसान हो जाएगा
और उन पर आर्थिक भार भी कम पड़ेगा।
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