गुरूग्राम कोरोना वायरस का प्रभाव पूरे प्रदेश में बढ़ता
दिखाई दे रहा है। अधिकांश जिलों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा
रहे हैं। गुडग़ांव भी इससे अछूता नहीं रहा है। एक सप्ताह से ही कोरोना
संक्रमितों के रोगियो में वृद्धि हुई है। नहीं तो पहले यह लग रहा था कि
गुडग़ांव जिला शीघ्र ही कोरोना मुक्त हो जाएगा, लेकिन जिला प्रशासन व
स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयासों के बावजूद भी यह संभव नहीं हो सका और
उल्टे कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होनी शुरु हो गई। गुडग़ांव में
प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे अधिक कोरोना की जांच की गई है।
जिला प्रशासन भी हैरान है कि जहां एक सप्ताह पूर्व 50 से 60 नए कोरोना
पीडि़त आ रहे थे, वहीं अब यह संख्या बढक़र 100 के पार पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कोरोना पीडि़तों की संख्या को देखते हुए
जिले में कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की जांच बढ़ाई जाएगी और होम
आइसोलेशन को सख्ती से लागू किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि
सार्वजनिक आयोजनों के कारण ही कोरोना संक्रमितों के मामलों मे तेजी आई
है। क्योंकि इन आयोजनों में सामाजिक दूरी का ध्यान नहीं रखा गया। धरने
प्रदर्शनों का सिलसिला भी जिला मुख्यालय पर जारी है। हालांकि विरोध
प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक हिस्सा है, लेकिन अन्य लोगों
का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि कोरोना काल में जो प्रदर्शन किए जा रहे
हैं, उनसे अन्य लोग भी प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि जिला प्रशासन ने इन
विरोध-प्रदर्शनों को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए हुए हैं। जिला
प्रशासन ने जिलेवासियों से आग्रह भी किया है कि कोरोना से घबराने की
जरुरत नहीं है, लेकिन सभी को और अधिक सतर्कता बरतनी होगी। उधर मानेसर स्थित एनएसजी प्रशिक्षण केंद्र में भी 10 कमाण्डो
कोरोना संक्रमित पाए बताए जा रहे हैं। ऐसे ही जैकबपुरा क्षेत्र के एक घर
से 17 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जैकबपुरा क्षेत्र में डोर-टू-डोर कोरोना
जांच कराने का मन बना लिया है। अनलॉक-3 के 29वें दिन शनिवार को शहर के
मुख्य सदर बाजार व आस-पास के क्षेत्रों वाले बाजारों सहित शहर के विभिन्न
मॉल्स में भी अच्छी-खासी भीड़ दिखाई दी। शनिवार को अधिकांश कार्यालयों व
प्रतिष्ठानो में अवकाश होने के कारण कर्मचारी अपने परिजनों के साथ
बाजारों में खरीददारी करने के लिए पहुंचे। । लॉकडाउन
सप्ताहांत के 2 दिनों के स्थान पर अब सोमवार व मंगलवार को प्रदेश सरकार
द्वारा घोषित कर दिया गया है। हालांकि व्यापारी वर्ग अभी भी प्रदेश सरकार
के इस आदेश से खुश होता दिखाई नहीं दे रहा है। उनका मानना है कि बाजार 2
दिन के लिए नहीं, एक दिन के लिए बंद होने चाहिए, ताकि दुकानदारों का अधिक
नुकसान न हो।
Comment here