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अनलॉक-3 का 23वां दिन कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या से जिला प्रशासन है परेशान कोरोना की जांच का बढ़ाया जाना चाहिए दायरा प्लाज्मा दान करने वाली शिवानी बनी जिले की पहली महिला रविवार को भी मॉल्स व व्यापारिक प्रतिष्ठान रहे बंद आवश्यक वस्तुएं खरीदने वाले ही पहुंचे बाजार

गुडग़ांव, प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या
को देखते हुए प्रदेश सरकार को सप्ताहांत शनिवार व रविवार लॉकडाउन की
घोषणा करनी पड़ गई है। दूसरे दिन रविवार को भी शहर के मुख्य सदर बाजार व
अन्य बाजारों तथा शॉपिंग मॉल्स आदि भी बंद रहे। पुलिस विभाग व नगर निगम
के अधिकारी विभिन्न क्षेत्रों में दौरा कर स्थिति का जायजा लेते दिखाई
दिए। जो दुकानें खुली हुई थी, उनको बंद कराया गया, ताकि सरकार व जिला
प्रशासन के आदेशों का पालन कराया जा सके। गुडग़ांव जिले में भी कोरोना
संक्रमितों की संख्या में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है। कोरोना से
स्वस्थ होने वालों की संख्या भी प्रभावित हुई है। हालांकि जिला प्रशासन व
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कोई कोर-कसर बाकी
नहीं रखी है। पर्याप्त संख्या में कोरोना की जांच भी कराई जा रही है।
जानकारों की मानें तो यह जांच गुडग़ांव में मात्र 5 प्रतिशत है, जोकि
आबादी के मुकाबले बहुत कम है। जांच का दायरा व संख्या बढ़ाए जाने की
जरुरत है। हालांकि प्रशासन ने प्रति एक लाख पर 10 हजार लोगों की कोरोना
जांच की है। यानि कि जिले में एक लाख 55 हजार लोगों की कोरोना जांच हो
चुकी है, जोकि अभी भी जारी है। जानकारों का मानना है कि अनलॉक के चलते
लोगों ने कोरोना के प्रति कम सावधानी बरतनी शुरु कर दी है। इसी कारण से
कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हुई है। शिवानी ने कोरोना से स्वस्थ हुए अन्य लोगों को भी
प्लाज्मा दान करने का आग्रह किया है। जिला प्रशासन ने यह भी व्यवस्था की
है कि कोई भी साढ़े 8 हजार रुपए का भुगतान कर स्वास्थ्य विभाग से अपने
मरीज के लिए प्लाज्मा प्राप्त कर सकता है। 2 दिवसीय लॉकडाउन को लेकर
शहरवासियों में रविवार को भी असमंजस बना रहा। शहर के मुख्य सदर बाजार में
खाद्य पदार्थों व मेडिकल स्टोर तथा किरयाना की दुकानें खुली रही, जिनसे
लोग अपनी जरुरत का सामान खरीदते दिखाई दिए। रविवार को शहर के विभिन्न
क्षेत्रों स्थित मॉल्स बंद ही रहे। शॉपिंग मॉल्स में डिपार्टमेंटल स्टोर
व अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुली दिखाई दी हालांकि व्यापारी
वर्ग इस 2 दिवसीय लॉकडाउन का विरोध कर रहा है। इन व्यापारियों का कहना है
कि शनिवार व रविवार को बाजारों में श्रमिकों के परिजनों का बड़ी संख्या
में आवागमन रहता है और वे अच्छी खरीददारी भी करते हैं। प्रशासन को सोमवार
व मंगलवार को दुकानें बंद करने के आदेश देने चाहिए। उनकी मांग पर अभी
प्रशासन ने किसी प्रकार का कोई निर्णय अभी नहीं लिया है।

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