गुडग़ांव, कोरोना महामारी का प्रकोप गुडग़ांव जिले में
दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है, जो जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की
कार्यकुशलता को दर्शाता है। गत एक पखवाड़े से गुडग़ांव जिले में कोरोना
संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे ही आ रही है, जबकि कोरोना सक्रमण से
स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 100 से अधिक प्रतिदिन आ रही है। जिससे
स्पष्ट हो जाता है कि जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना पर
नियंत्रण पा लिया है। प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा गुडग़ांव की स्थिति
कोरोना के मामले में संतोषजनक है। हालांकि पड़ौसी जिला फरीदाबाद अभी भी
कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने संभावित
कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए भी अभियान छेड़ा हुआ है। जगह-जगह
कोरोना जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों के माध्यम से
ही कोरोना पीडि़तों की जानकारी मिल पा रही है और उन्हें समय रहते उपचार
भी उपलब्ध कराया जा रहा है। उधर कोरोना से उपजे आर्थिक संकट से भी
जिलेवासी उबरना शुरु हो गए हैं। जिले के सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों में
काम शुरु हो चुका है। उत्पादन ने अब पूरी रफ्तार भी पकड़ ली है।
धीरे-धीरे आर्थिक व्यवस्था पटरी पर आनी शुरु हो गई है। वाहन निर्मात्री
मारुति सुजूकी के दोनों प्लांटों व दोपहिया वाहन निर्मात्री हीरो
मोटोकॉर्प में भी उत्पादन तेजी से हो रहा है। इन प्रतिष्ठानों से जुड़े
ज्वाईंट वैंचर्स में भी उत्पादन ने गति पकड़ ली है। जानकारों का मानना है
कि आने वाले समय में उत्पादन और अधिक गति पकड़ेगा, जिससे आर्थिक व्यवस्था
और सुदृढ़ होगी। अनलॉक-3 के 17वें दिन शहर के मुख्य सदर बाजार में
खरीददारों की भीड़ दिखाई देने लगी है। सदर बाजार में अब कोरोना से पूर्व
की स्थिति बनती जा रही है। यानि कि अब लोगों को बाजार में आने-जाने का भी
कोई भय नहीं लग रहा है। दुकानदारों को भी बढ़ती ग्राहकों की संख्या से
थोड़ी राहत अवश्य मिलने लगी है। लोगों ने अपनी स्वैच्छा से ही फेस मास्क
का इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है, लेकिन, लेकिन सामाजिक दूरी का पालन
अभी भी लोग नहीं कर रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन ऐसे लापरवाह लोगों के
खिलाफ कार्यवाही भी कर रहा है।
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