गुडग़ांव, कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला
जारी है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण
पाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। संभावित कोरोना पीडि़तों की जांच
व्यापक स्तर पर शुरु की हुई है, ताकि जांच शिविरों में मिलने वाले कोरोना
पीडि़तों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जा सके। शुक्रवार को जहां जिले में
133 कोरोना पॉजिटिव मिले, वहीं 121 मरीज कोरोना से स्वस्थ भी हुए बताए जा
रहे हैं। शुक्रवार को ही 2 कोरोना पॉजिटिव की मौत की जानकारी भी मिली है।
इस प्रकार जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 112 हो गई है।
गुडग़ांव में कोरोना पॉजिटिव की संख्या प्रदेश के अन्य जिलों से सर्वाधिक
है और मौंत का आंकड़ा भी गुडग़ांव में ही सबसे अधिक है। स्वास्थ्य विभाग
ने जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित 9
क्षेत्रों में सघन टेस्टिंग अभियान भी शुरु कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग
का कहना है कि कोरोना संक्रमण का किसी को भी कोई लक्षण है तो वह जांच
शिविरों में जाकर निशुल्क जांच करा सकता है और टेस्ट की रिपोर्ट भी थोड़ी
ही देर में मिल भी जाएगी। यह अभियान 29 जुलाई तक चलता रहेगा। जिला
प्रशासन ने कंटेनमेंट क्षेत्र में बेवजह आवागमन पर पूरी रोक लगा दी है और
स्पष्ट आदेश दिए हैं कि कंटेनमेंट नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ
मामले दर्ज किए जाएंगे। उधर जिला प्रशासन आम लोगों से आग्रह करता दिखाई
दे रहा है कि कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए फेस मास्क का इस्तेमाल
करें और सामाजिक दूरी का पालन भी करें, लेकिन शहर के मुख्य बाजारों व
सब्जी मंडियों में बेपरवाह लोग बिना मास्क के ही घूमते दिखाई दे रहे हैं।
यही हाल दुकानदरारों का भी है। वे भी सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन
नहीं कर रहे हैं। हालांकि ऐसे लापरवाह लोगों के चालान काटकर जुर्माना भी
प्रशासन वसूल कर रहा है। चिकित्सकों का भी कहना है कि यदि सावधानी नहीं
बरती गई तो आने वाले समय में कोरोना पीडि़तों की संख्या और अधिक बढ़ सकती
है। जिला प्रशासन वृद्धजनों से भी आग्रह कर रहा है कि वे बेवजह घरों से न
निकलें, लेकिन फिर भी ये वृद्धजन सडक़ों व पार्कों में घूमने से बाज नहीं
आ रही है। प्रशासन का कहना है कि अब तक जिले में करीब 480 वृद्धजन कोरोना
की चपेट में आ चुके हैं। देश में ही नहीं, अपितु विश्व में भी कोरोना से
होने वाली मौतों में वृद्धजनों का आंकड़ा सबसे अधिक है। वृद्धावस्था में
वृद्धजनों की इम्युनिटी पॉवर कमजोर हो जाती है और उन्हें कई प्रकार की
बीमारियां भी घेर लेती हैं, ऐसे में कोरोना उनको अपनी चपेट में ले सकता
है। प्रशासन का वृद्धजनों के परिजनों से भी आग्रह है कि वे अपने
वृद्धजनों को घरों से न निकलनें दे। उनका घर में ही पूरा ख्याल रखें और
उनकी सेवा करें, ताकि वे घरों से बाहर निकलने की सोचे ही नहीं। अनलॉक-2
के 17वें दिन भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवागमन सामान्य ही दिखाई
दिया। लोग अपनी जरुरत का सामान खरीदने के लिए शहर के विभिन्न बाजारों में
आते-जाते दिखाई दिए।
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